लक्ष्मण को संजीवनी देने वाली फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए बंद।

Share Now

देहरादून। विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी 31 अक्तूबर यानी गुरुवार से पर्यटकों के लिए बंद हो जाएगी। हर साल फूलों की घाटी 31 अक्तूबर को शीतकाल के लिए बंद कर दी जाती है। इस साल रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक घाटी का दीदार करने पहुंचे। घाटी में 17,424 देसी-विदेशी पर्यटक फूलों की घाटी में पहुंचे। जिसमें 16,904 देसी व 520 विदेशी पर्यटक शामिल हैं। इससे पार्क प्रशासन को 2760825 रुपये की आय प्राप्त हुई है।

गिरीश गैरोला।


एक जून 2020 से फूलों की घाटी फिर से पर्यटकों के लिए खोल दी जाएगी। घाटी में फूलों की 521 प्रजातियां वि़द्यमान हैं।
फूलों की घाटी प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। हिमालय श्रृंखला की यह घाटी फूलों की विभिन्न प्रजातियों से मौसम के अनुकूल गुलजार रहती हैं। कहा जाता है कि लक्ष्मण की रक्षा के लिए हनुमान यहां संजीवनी लेने आए थे। इस घाटी में फूलों की 521 प्रजातियां हैं। यह एक राष्ट्रीय उद्यान है जो कि गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में स्थित है। इसे विश्व की धरोहर घोषित किया गया है। फूलों की घाटी 87.50 किमी वर्ग क्षेत्र में फैली है। इसे यूनेस्को ने 1982 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया था। हिमाच्छादित पर्वतों से घिरी हुई यह घाटी बेहद खूबसूरत है। यह क्षेत्र बागवानी विशेषज्ञों और फूल प्रेमियों के लिए बेहद फेमस है।

error: Content is protected !!