विदेशी भूमि पर अपने की मौत – भारत भेजने पर 30 लाख खर्च – याद आए रोशन रतूड़ी

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बांग्लादेश से दुःखद ख़बर :- पवन गुसाईं की बांग्लादेश में हृदय गति अबरुद्ध से मौत, उत्तराखंड टिहरी गढ़वाल म्योंड़ी निवासी के परिवार ने इस दुःख में रोशन रतूड़ी से लगाई मद्दत की गुहार”

हरीश अस वाल नई दिल्ली
उत्तराखंड निवासी म्योंड़ी डुंग मन्दार के रहने वाले पवन गुंसाई की बांग्लादेश में हृदयगति रुकने से मौत की ख़बर सुनते ही परिवार वाले के होश उड़ गये जिसमें इस दुःखद घड़ी में किससे और कैसे बात की जाय। जब पवन गुंसाई के मालिक से पार्थिव शरीर को वतन लाने की बात परिजन ने की है तो लगभग ३० लाख खर्चे सुनकर परिजनों की आशा ही ख़त्म हुयी लेकिन विजय लक्ष्मी गुंसाई ने वरिष्ठ समाजसेवी रोशन रतूड़ी को फ़ेसबुक के ज़रिया अपना दुःख जताते हुए लिखा है कि इस दुःखद समय में आप ही याद आये और आप ही परिवार की मदद कर सकते है समाजसेवी रोशन रतूड़ी ने ड्राइविंग करते समय ख़बर सुनी तो श्रीघ ही इस दुःखद घड़ी में अपनेे अंदाज़ में कार्य करना शुरू कर दिया और परिजनों को सांत्वना देकर अपना मानवता धर्म को निभाते हुए कहा है कि पूरी कोशिश काग़ज़ी कार्यवाही के साथ भारतीय दूतावास में फ़ोन कर के जानकारी लिया और हर सम्भव में पवन गुंसाई के दिवंगत आत्मा को भारत भेजने का आश्वासन दिया , परिजन विजय लक्ष्मी गुंसाई ने बताया की पवन गुंसाई कुछ महीने पहले भारत से कम्पनी के काम से बांग्लादेश गया था और वह भारतीय कम्पनी में कार्य करते थे उनका परिवार दिल्ली नागलोई में रहता है उनका दो बच्चे छोटे है ,
समाजसेवी रोशन रतूड़ी ने पहले भी कई इस तरह अलग अलग देश से प्रार्थिक शरीर उनके वतन पहुँचाने में अपनी मानवता भूमिका निभाई और कई विदेश में फँसे हुए 600 सौ से अधिक भारतीय हो या नेपाल या अन्य देश के श्रमिको को उनके स्वदेश पहुँचाने में मदद के साथ लोगों का दिल जीत लिया ।

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