2021 में होने वाली जनगणना को लेकर राज्य स्तरीय मास्टर टेªनरों का 6 दिवसीय प्रशिक्षण शुरु – सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए उपयोगी होती है जानकारी

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नैनीताल। भारत की 16वीं एवं स्वतंत्र भारत की 8वीं जनगणना 2021 हेतु प्रशासन अकादमी में राज्य स्तरीय मास्टर टेªनरों का 6 दिवसीय प्रशिक्षण हुआ प्रारम्भ। प्रशिक्षण 25 से 30 नम्वबर तक चलेगा। कार्यक्रमों का निदेशक जनगणना उत्तराखण्ड विम्मी सचदेवा रमन ने दीप प्रजवलित कर शुभआरम्भ किया। एटीआई निदेशक ध्आयुक्त श्री राजीव रौतेला द्वारा सभी मास्टर टेªनेर्स को इस राष्ट्रीय महत्व के कार्य में योगदान हेतु चयन पर शुभकामनाएॅ दी तथा उन्हे प्रशिक्षण में पूरे उत्त्साह से प्रतिभाग करने हेतु प्रेरित किया।

गिरीश गैरोला

उन्होंने कहा कि जनगणना आम आदमी के लाभ के लिए विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमांे की योजना बनाने के लिए जमीनी स्तर की सूचनाएं उपलब्ध करता है।   निदेशक जनगणना सचदेवा रमन ने कहा कि भारतीय जनगणना प्रक्रिया विश्व की उत्कृष्ट जनगणना प्रक्रियाओं में गिनी जाती है।

यह सम्पूर्ण भारत के जनपद, तहसील, विकासखण्ड, ग्राम पंचायत एवं ग्राम स्तर तक के विश्वसनीय डाटा प्राप्त करने का एकमात्र तंत्र है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारत के महारजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त कार्यालय, गृह मंत्रालय, भारत सरकार एवं जनगणना कार्य निदेशालय उत्तराखण्ड तथा डाॅ आर.एस.टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी, नैनीताल के सहयेाग से चलाया जा रहा है।

उन्होने कहा कि भावी विकासात्मक योजनाओं एवं देश के अन्य महत्वपूर्ण फैसले के निर्धारण में जनगणना से प्राप्त डाटा मार्गदर्शक का कार्य करता है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड मंे जनगणना कार्यक्रम दो चरणो में किया जायेगा।

प्रथम चरण मे आवासो का सूचीकरण कार्य तथा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के अद्यतनीकरण का कार्य 15 अप्रैल से 30 मई तक किया जायेगा । द्वितीय चरण में 9 से 26  फरवरी 2021 के मध्य जनगणना कार्य किया जायेगा तथा 1 से 5 मार्च 20, 21 के मध्यम पुनरीक्षण का कार्य किया जायेगा। उन्होने कहा कि 2021 की जनगणना में सूचना प्रौद्योगिकी का समावेश करते हुये मोबाईल ऐप के मध्यम से मकान सूचीकरण एवं जनगणना की जायेगी।मकान सूचीकरण चरण में परिवारांे से प्राप्त मोबाईल नम्बर पर प्राप्त ओटीपी के आधार पर नागरिक स्वंय द्वितीय चरण अर्थात जनगणना से सन्दर्भित सूचनाएं मोबाईल ऐप के माध्यम से अंकित कर सकेंगे।

जनगणना के लिए जिलाधिकारी को प्रमुख जनगणना अधिकारी नियुक्त किया गया है। उत्तराखण्ड में नगरीय क्षेत्रों हेतु नगर आयुक्तध्अधिशासी अधिकारी पालिका एवं ग्रामीण क्षेत्रों हेतु तसीलदार चार्ज अधिकारी के रूप में अधिसूचित किये जा चुके।

जनगणना के माध्यम से जनांिककीय, आवासीय स्थिति,जन संविधाएं, समपत्तियां, अनुसूचित जाति-जनजाति की जनसंख्या, नगरीकरण की स्थिति, साक्षरता एवं शैक्षिक, भाषा, आर्थिक गतिविधि व पलायन आदि के सन्दर्भ में डाटा एकत्र किया जायेगा। श्रीमती सचदेवा ने बताया कि प्रथम चरण में राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया रहा हैं। इसके बाद राज्य स्तरीय मास्टर टेªनरों द्वारा जनपद स्तर के फील्ड ट्रेनरों, संगणकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा । उन्होने जनता से अपील है कि देश के आकड़ांे को सही रूप से प्राप्त करने हेतु संगणकों का सहयोग करें एवं प्रश्नों का सही उत्तर दें। प्रशिक्षण में विभिन्न जनपदांे के 22 मास्टर टेंªनर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहें है।

प्रशिक्षण में उपनिदेशक जनगणना एस.एस.नेगी, उपनिदेशक पूनम पाठक, रेखा कोहली, सहायक निदेशक तान्या सेठ द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक एटीआई नवनीत पाण्डे, सहित सुरेश नोटियाल, डाॅ महावीर सिंह सजवाण, राजेन्द्र सिंह गिनयाल, विक्रम, निर्मल कुमार साह, प्रवीन चन्द्र गोस्वामी, डाॅ मोनिका श्रीवास्तव, संजय शर्मा, दीपक रावत, निफल जमेल, के.न.गोस्वामी, डाॅ प्रेम सिंह मेवाडी, महेश कुमार, हरीश बाहदुर चन्द्र, विनी जोशी, डाॅ राजेश कुमार, डाॅ नीरज तिवारी, पलवी बिष्ट, डाॅ रवि मेहता, डाॅ सुभाष सिंह, मुकुल चैधरी आदि मास्टर टेªनर मौजूद थे।  

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