काशीपुर
सार्थक अग्रवाल
बॉर्डर पार कराने में चल रही एसपीओ की मनमानी अधिकारी खामोश
प्रदेश में अनलॉक 4 के बाद कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बेतहाशा वृद्धि हुई है..बात अगर उधम सिंह नगर जिले की की जाए तो प्रदेश में उधम सिंह नगर जिला भी कोरोना संक्रमण के मामले में कम नहीं है.. पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की सीमाओं से जिले की सीमाएं जुड़ी हुई है जिनमे काशीपुर भी सम्मिलित है.. काशीपुर में सूर्या, पैग़ा, रामपुर दढियाल बॉर्डर पर चेकिंग की जाती है। काशीपुर में भी लगातार कोरोना संक्रमण के मामले तेजी पकड़ रहे हैं..जिसके लिए बॉर्डर पर ढिलाई बरता जाना भी यह मुख्य कारण है..।
आपको बताते चलें कि काशीपुर में कोरोना काल के शुरू में कोरोना के दृष्टिगत पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से जुड़ी सीमाओं पर पुलिस के द्वारा कड़ी चौकसी बरती जा रही थी.. अनलॉक के चौथे चरण में पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से आने वाले लोगों की संख्या की बाध्यता को तो प्रदेश सरकार के द्वारा खत्म कर दिया गया लेकिन साथ ही राज्य सरकार की जारी वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी कर दिया गया, वही बॉर्डर पर इन रजिस्ट्रेशन को चेक करना बॉर्डर पर तैनात एसपीओ और पुलिस वालों की ड्यूटी बनता है लेकिन काशीपुर में ठाकुरद्वारा सीमा से जुड़े सूर्या पुलिस चौकी पर बने बॉर्डर पर ना तो पुलिस और ना ही एसपीओ के द्वारा किसी तरह की कोई जांच इत्यादि नहीं की जा रही है.. जिस कारण पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड आने वाले लोग बिना किसी चेकिंग और थर्मल स्क्रीनिंग के बॉर्डर पार कर उत्तराखंड में प्रवेश कर रहे हैं.. इस दौरान मिले ई रिक्शा चालक ने जो बात बताई वह हैरान कर देने वाली थी.. ई रिक्शा चालक के मुताबिक बॉर्डर पर एसपीओ के द्वारा ₹50 का सुविधा शुल्क लेकर बॉर्डर पार कराया जा रहा है..इसका मतलब साफ नहीं की जो सुविधा शुल्क नहीं दे पा रहे हैं उनको एसपीओ के द्वारा बॉर्डर पर रोक कर उनकी पूरी जांच पड़ताल की जा रही है और जो लोग सुविधा शुल्क देने में सक्षम है उन्हें किसी तरह की कोई रोक-टोक नहीं है.. बिना किसी जांच के लोगों के उत्तराखंड में प्रवेश करने से कोरोना संक्रमण का खतरा अब और भी बढ़ गया है जब इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो वह पूरे मामले से दूर बचते नजर आए..।