चुनावी वर्ष में जहा सरकार घोषणा पर घोषणा कर जनता के पक्ष में दिखने का प्रयास कर रही है वही विपक्ष भी चार साल की चुप्पी के बाद जनता के साथ उनकी हक़ की लडाई में कंधे से कन्धा मिलाकर खड़ा नजर आ रहा है | | चमोली जिले की पोखरी – नखोलियाना चोपड़ा मोटर मार्ग भी इसी राजनीति की भेंट चढ़ गया है, जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क पर उतर कर धरना प्रदर्शन किया\
चमोली जिले में एक अदद सड़क कि मांग को लेकर पिछले 7 सालो से धरना कर रहे ग्रामीणों ने इस बार सडक पर उतर कर नेताओ को खूब खरी खोटी सुनायी | पूर्व मंत्री राजेंद्र भंडारी ने मौके पर आकर बताया कि उनके कार्यकाल में सरकार में १० किमी सड़क निर्माण कि स्वीकृति दी थी जिसे आज तक सुरु नहीं कराया गया
जहां आज सरकारें विकास को लेकर सड़क स्वास्थ्य शिक्षा के हवा हवाई दावे कर रही है मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही बया कर रही है
बताते चलें कि साल 2014 में पोखरी नखोलियाना चोपड़ा 8 किलोमीटर सड़क की घोषणा हुई थी जिसपर लाखो की धनराशि स्वीकृत भी हुई थी लेकिन आज सात साल बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को सड़क नही मिल पाई जबकि इस सड़क से 800 परिवारों को जोड़ा जाना था
ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें कई किलोमीटर पैदल चलकर आवश्यक सामान के लिए बाजार आना पड़ता है, और कई बार असहाय ओर बीमार लोगो को कंधे ओर डांडी पर अस्पताल ले जाया जाता है जिससे उन्हें खास दिक्कतों का सामना करना पड़ता है
ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग पर भी गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि विगत सात साल से विभाग कह रहा कि 8 किलोमीटर सड़क स्वीकृत है और अब सिर्फ चार किलोमीटर की बात कह रहा है
ग्रमीणों ने ये भी आरोप लगाया है कि जो चार किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य होगा वो भी विभाग नीचे से ऊपर के लिए करवा रहा है जिससे ग्रामीणों को कोई भी सुविधा नही है जिसको लेकर ग्रामीणों ने लोक निर्माण बिभग कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन भी किया
राजेन्द्र भण्डारी पूर्व काबीना मंत्री