हिमक्रीड़ा स्थली औली बर्फबारी के बाद हुई गुलजार.
खुशगवार मौसम और आधा फ़िट बर्फ में पर्यटक उठा रहे लुफ्त.
चारधाम यात्रा के अंतिम चरण के बाद अब औली बना प्रमुख शीतकालीन पर्यटन केंद्र.
पर्यटक एशिया की सबसे ऊँची जोशीमठ- औली रोप वे राईड क़ा लुफ्त उठाने पहुँच रहे जोशीमठ.
उत्तराखण्ड की खूबसूरत शीतकालीन पर्यटन स्थली औली में हुई हाल ही की बर्फबारी.के बाद अब हिम क्रीड़ास्थली औली एकबार फ़िर से पर्यटकों से गुलजार होने लगी है.क्षेत्र में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के बाद औली को मिलि प्रकृति की अनमोल धरोहर बर्फबारी होने से अब औली और गौरसो बुग्याल में करीब 8 इंच से लेकर आधा फिट बर्फ की मोटी चादर बिछ गई वही औली टॉप से ऊपर गोरसों बुग्याल तक आधा से एक फ़िट बर्फ की चादर बिछी हुई है.बर्फबारी की खबर मिलते ही बदरीनाथ और जोशीमठ पहुँचे पर्यटकों नें औली की औऱ रुख करना शुरू कर दिया.दोपहर तक रोप वें औऱ चीयर कार से काफी टूरिस्ट औली की बर्फीली वादियों का दीदार करने औली पहुँचे.लखनऊ से अपने परिवार संग औली पहुँचे हुसैन रिजवी कहते है क़ि वो मनाली लेह घुम चुके है और औली को उन्होने गूगल से खोजा लेकिन सच में.औली किसी जन्नत से कम नही है ये हमे आज औली.पहुँच कर हमने महसूस किया है.उन्होने बताया क़ि हिमालय की इस प्राकृतिक सुंदरता क़ा लुफ्त यहीं आकर उठाया जा सकता है. हालांकि स्नो स्की प्रेमियों के लिए अभी और बर्फबारी क़ा इंतजार करना होगा.लेकिन आज की बर्फबारी से बेजार औली एकबार फ़िर से गुलजार हो चला है.अब कल बदरीनाथ धाम के कपाट शीट काल के लिये बंद होंए के बाद बर्फ के शौकिया पर्यटकों के लिए औली एक मुफीद जगह बन जाएगी.