आज की जरूरत – ये है उत्तराखंड सशक्तिकरण दिवस|
सकिल इंडिया का नारा भले ही प्रधान मंत्री मोदी ने दिया हो पर उत्तराखंड के रानीखेत मे रहने वाले सामाजिक करायकर्ता प्रमोद नैनवाल ने इसे वास्तविक आकार मे धरातल पर उतारने का बीड़ा उठाया है जिसमे 1 यूके टीम उनका भरपूर सहयोग कर रही है | कोरोना काल ने लोगो को सिखाया है कि आपके पास कोई भी हुनर है तो दुनिया के किसी भी कोने मे बेरोजगार नहीं रह सकते कोरोना जैसी महामारी भी आपसे रोजगार नहीं चीन सकती है | आमतौर पर सरकारी आईआरआई और पोलीटेक्निक कागजो का ही पेट भर्ती नजर आती है यहा से निकलने वाले छात्रो को सिर्फ किताबी ज्ञान होता है और वो भी आधा अधूरा ऐसे मे बाजार के कड़ी स्पर्धा मे काही तिक नहीं पाते है डिप्रेसन का शिकार हो जाते है | इसी को देखते हुए रानीखेत के डा प्रमोद नैनवाल ने आबादी के पास से ही कुछ जागरूक लोगो को समझा कर स्वरोजगार ट्रेनिंग सेंटर खोल कर आज हरेला के पर्व पर इसका विधिवत उदघाटन भी कर दिया है |
उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला को डा प्रमोद नैनवाल द्वारा ने सशक्त व स्वालंबी उत्तराखण्ड के रूप में मनाने का निर्णय लिया उन्होने हरेला दिवस को उत्तराखंड सशक्तिकरण दिवस के नाम से सुरुवात कर दी है । इसके अंतर्गत रानीखेत क्षेत्र से स्वरोजगार की अलख जगा दी है । रानीखेत क्षेत्र के युवाक-युवतियों को निःशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण, टेलरिंग, ब्यूटिशन, वेल्डिंग, हेयर कटिंग, झटका मीट, इलेक्ट्रीशियन, मोटर मैकेनिक, आदि प्रशिक्षण देने की सुरुवात कर दी गई है।
इसी कड़ी मे आज भुजान में हेयर कटिंग सैलून तथा कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन डा नैनवाल द्वारा किया गया। कंप्यूटर प्रशिक्षक श्री खुशहाल सिंह नेगी व हैरकटिंग सैलून प्रशिक्षक श्री नरेश श्रीवास्तव द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही आज भतरौजखान में भी वेल्डिंग कार्य तथा कटिंग-टेलरिंग प्रशिक्षण हेतु भी ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन किया गया। जिसमें श्री करन व श्री रमेश जी प्रशिक्षण देंगे ।
इस अवसर पर डॉ नैनवाल ने युवाओं का आवाहन किया की वे स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ाएं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्राम प्रधान व ग्रामीण उपस्थित थे।
पलायन और बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए यह गैर सरकारी अनोखा और ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है समाजसेवी डॉ. श्री प्रमोद नैनवाल को नैनवाल जो लम्बे समय से समाज के लिए कार्य कर रहे हैं और लगातार अपने क्षेत्र के ही नहीं अपितु अन्य क्षेत्र के लोगों की भी समस्याओं का समाधान करने में पीछे नहीं रहते हैं अब नशा और पलायन रोकने के लिए लगातार क्षेत्र के लोगों को जागरूक कर रहे हैं। नैनवाल जी ने बताया कि उनका उद्देश्य रानीखेत एवं आस-पास के क्षेत्रों में रोजगार को बढ़ावा देना, युवाओं और महिलाओं को ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाना है।
“मैं हमेशा से ही उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के पक्ष में रहा हूँ और इसके लिए लगातार प्रयासरत भी हूँ। आज मुझे आवश्यकता है जागरूक युवाओं की जो हमारे साथ मिलकर काम करे और रानीखेत क्षेत्र को एक विकास के मॉडल के रूप में पूरे उत्तराखंड ही नहीं, देश के समक्ष प्रस्तुत करे। मैं हर घर को खुशहाल देखना चाहता हूँ। उन्होने बताया कि इस मुहीम को आगे बढ़ाने के लिए 1UK टीम नाम की सामाजिक संस्था से उन्हे लगातार सहयोग मिल रहा है। आमतौर पर सरकार या अन्य संस्थाएं जो ट्रेनिंग सेंटर बनाती हैं, वो अक्सर पहाड़ों में दूर-दूर स्थित होते हैं जहा जरूरतमंदों को आने-जाने में समय एवं पैसा भी बहुत लगता है। उन्होने एक नई सोच के साथ आस-पास के मार्केट में स्थित विभिन्न व्यवसाय कर रहे लोगों से बात की और क्षेत्र को आगे बढ़ाने में योगदान माँगा