नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत उत्तरकाशी जिले मे प्रदेश के अन्य जिलो की तुलना मे बेहतर घाट निर्माण किए गए है | घाट निर्माण के बाद स्थानीय व्यापारियो और होटल एसोसिएसन को उम्मीद थी कि हरिद्वार ऋषिकेश कि तरह उत्तरकाशी मे भी धार्मिक पर्यटको का जमावड़ा लगेगा पर इस सोच को गैर जिम्मेदार जिला प्रसासन और चुने हुए प्रतिनिधि पलीता लगा रहे है|
उत्तरकाशी मे बाढ़ सुरक्षा के पास नदी के दोनों तरफ पर्याप्त स्थान निकाल आया था, जहा पर आस्था पथ निर्माण हो सकता था पर अब वाहा पर भी अतिक्रमण होने लगे है | काशी के सभी घाटो पर सुरक्षा निर्माण के साथ सौंदर्यीकरण का काम किया गया है यहा पर भी अन्य धार्मिक नगरो कि तर्ज पर पर्यटन को बढ़ावा देने कि गतिविधियो को बढ़ावा दिया जा सकता था, पर निर्माण के बाद कोई भी संस्था इसके मेंटेनेंस कि ज़िम्मेदारी लेने को तैयार नहीं| ऐसे मे आम लोगो का पर्यटन को लेकर देखा गया सपना अब धुंदला पड़ता दिखाई दे रहा है |