प्रदेश भर में कॅरोना वायरस से निपटने के लिए 22 मार्च को जनता कर्फ्यू और शंख घण्टा थाली बजाने की तैयारी चल रही है वही पौडी गढ़वाल में मंदिरों पर जेसीबी चलाकर तोड़ने की कार्यवाही सुरु हो चुकी है। एसडीएम अरविंद बिष्ट ने बताया कि कोर्ट के निर्देश पर थली सैण – बैजरो एनएच पर 5 मंदिर तोड़े जा चुके है जिन्हें अन्यत्र बसाया जाएगा वही सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री ने मंदिरों को एनएच द्वारा तोड़े जाने की घटना को महज अफवाह बताया है। उत्तराखंड सरकार को होलसेल में मंत्री देने वाले पौडी गढ़वाल में मंदिर की राजनीति सुरु हो गयी है, मंदिर पर राजनीति करने वाली बीजेपी को कांग्रेस ने आड़े हाथ लिया है, उनका कहना है कि एक तरफ अयोध्या राम मंदिर निर्माण को राष्ट्रीय मुद्दा बनाया जा रहा है वही जेसीबी से मंदिरों को तोड़ने को विकास की परिभासा बताया जा रहा है।
भगवान सिंह पौडी
पौड़ी जनपद में थैलीसैण-बैजरो नेशनल हाईवे के पास बने 5 मंदिरों को सरकार और हाईकोर्ट के आदेशों पर स्थानीय प्रशासन ने धवस्त कर डाला है हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए सडक चैडीकरण के दायरे में आ रहे इन 5 मंदिरों पर जेसीबी चलाते हुए इन्हे स्थानीय प्रशासन ने धवस्त किया है जिनमे दीबा मंदिर जीवई , दुर्गा मंदिर, हनुमान मंदिर व रामेश्वर मंदिर शामिल है इन सभी मंदिरों के एक के बाद एक टूटने से इस क्षेत्र में धार्मिक आस्था को भी गहरी ठेस पहुंची है।
वहीं इस मामले पर अब राजनीतिक सियासत भी तेज हो गयी है कांग्रेस ने इस मामले पर बीजेपी पर हमला बोला है और कहा है कि एक तरफ बीजेपी सरकार राम मंदिर को भव्य बनाने की बात कर रही है तो दूसरी तरफ देवभूमि उत्तराखण्ड मं देवभूमि के पहचान बनाये इन मंदिरों को धवस्त कर आस्था के साथ बडा खिलवाड किया जा रहा है ।
दरअसल थैलीसैण से बैजरों जाने वाले नेशनल हाईवे के चैढीकरण का कार्य इन दिनों जोरो पर है ऐसे में हाईवे के पास बने मंदिरों पर जेसीबी मशीन चलाकर यहां 6 मंदिरों को धवस्त कर दिया गया है ।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने मंदिरों को तोड जाने की घटना को अफवाह बताया है जबकि एसडीएम ने बताया कि हाई कोर्ट के निर्देश पर एनएच के दायरे में आने के चलते मंदिर धवस्व किये गए हैं जिन्हे अन्य जगहो पर फिर से बनाया जायेगा ।