योग किसी धर्म विशेष से संबंधित नही -विरोध करने वाले कुंठित मानसिकता से ग्रस्त
देहरादून। विश्व के प्रथम मुस्लिम योग शिविर का आयोजन आगामी 20 से 24 नवंबर तक कण्वआश्रम कोटद्वार उत्तराखंड में किया जा रहा है जिसमें विभिन्न देशों से लगभग 500 मुस्लिम पुरुष एवं महिलाओं का भाग लेना अपेक्षित है जो नमाज पढ़ने के साथ-साथ पतंजलि योगपीठ द्वारा बताए गए योगासन भी करेंगे ।
कण्व आश्रम गुरुकुल कोटद्वार के कुलपति डॉक्टर विश्व जयंत योगिराज ने आज यहां परेड ग्राउंड स्थित एक रेस्तरां में बताया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व के प्रत्येक देश में योग को पहुंचा दिया है और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी आरंभ हो चुका है ।
गिरीश गैरोला
डॉ मोहम्मद यूनुस कासमी प्रोफेसर जामिया तिब्बिया युनानी मेडिकल कॉलेज देवबंद उत्तर प्रदेश ने प्रेस वार्ता में कहा कि योग का संबंध किसी धर्म विशेष से नहीं है योग तो हमारे शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए अत्यंत आवश्यक है इसका विरोध करने वाले कुंठित मानसिकता से ग्रसित हैं हम कोटद्वार शिविर में योगासन एवं नमाज दोनों ही करेंगे।
योग शिविर के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सत्यप्रकाश रिशु ने बताया कि 20 नवंबर को योग शिविर का उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किया जाएगा और माननीय मुख्यमंत्री वीर भारत स्मारक का भी उद्घाटन करेंगे।
इस अवसर पर पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण, पूज्य माता श्री मंगला देवी, संत भोले जी महाराज परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद काली धाम के ब्रह्मचारी कैलाशानंद एवं उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत उपस्थित रहेंगे।
5 दिनों तक चलने वाला योग शिविर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से माननीय इंद्रेश कुमार मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक के मार्गदर्शन में चलेगा।
पत्रकार वार्ता में मिर्जा अहमद बेग (मोती मदरसा हिंद अकैडमी देवबंद) डॉ. सायरा बानो (रीडर जामिया तिब्बत या यूनानी मेडिकल कॉलेज देवबंद )डॉ धर्मेंद्र बालियान (स्पोर्ट्स एवं योगा प्रशिक्षक गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार) राजेश सिंह व समाजसेवी राजीव उनियाल उपस्थित रहे।