प्रवासियों की वापसी बनी नीलकंठ का गरल, निगलो या उगलो ? मैदान में उतरे तो सूझ ही गया मार्ग

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 मैदान में उतरने के बाद ही हर समस्या का समाधान मिलता है बैठक में तो सिर्फ उच्चाधिकारियों के आदेश फॉलो किये जा सकते हैं । यही बात अब उत्तराखंड के पहाड़ी राज्यों में देखने को मिल रही है। प्रवासी उत्तराखंड वासियों के वापस लौटने के बाद कोविड 19 को लेकर चल रहे खौफ में जी रहे पहाड़ी ग्राम वासियों ने जिस तरह से बाहर से आने वाले अपनों के साथ छुआछूत का प्रदर्शन किया उसके बाद सामाजिक व्यवस्थाओं को लेकर सरकार के भी कान खड़े हो गए उन्हें भी लगा कि बिना पूर्व व्यवस्था किए प्रधानों के भरोसे छोड़े गए प्रवासियों के गुस्से का आखिरकार किसे शिकार होना पड़ेगा ? अन्य प्रदेशों से वापसी में हो रही देरी को। लेकर तो ज्वालामुखी पक ही रहा है, हालंकि रुद्रप्रयाग जिले के एक गाँव ने अपने स्तर पर प्रविसियो का जो भब्य स्वागत किया उसे देखकर अपने बड़े बड़े जनप्रतिनिधियों को भी शर्म आ जाय, यहां के ग्रामीणों ने बिना किसी सरकारी मदद के बाहर से आने वालों के लिए आधुनिक सुविधा वाला क्वॉरेंटाइन सेंटर बना डाला। देश के अलग-अलग हिस्सों से पहाड़ों में आने के बाद बढ़ने वाले संक्रमण के खतरे के मद्देनजर मैदान में उतरते ही

उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासियों के लिए एवं उत्तराखंड के ही अन्य जिलों से आने वाले लोगों के लिए अलग-अलग काउंटर स्थापित कर संक्रमण के खतरे को कम करने का एक अच्छा फैसला लिया है।

गिरीश गैरोला

जनपद में बाहरी राज्यों एवं प्रदेश के अन्य जनपद से आ रहें प्रवासियों की स्क्रीनिंग राजकीय इंटर कालेज चिन्यालीसौड़ के अलावा अब चिन्यालीसौड़ एयर पोर्ट में भी होगी। स्वास्थ्य एवं नोडल अधिकारियों की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान ने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग चिन्यालीसौड़ एयर पोर्ट में होगी जबकि प्रदेश के जिलों से आने वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग राइंका चिन्यालीसौड़ में होगी। दोनों स्थानों पर स्क्रीनिंग पंजीकृत काउन्टर और बढ़ाने के साथ ही डाक्टरों की टीम भी तैनात करने के निर्देश दिये। ताकि बाहर से आने वाले सभी व्यक्तियों की गहनता चिकित्सीय परीक्षण हो सके। साथ ही उक्त दोनों स्थानों पर जलपान आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाय।  

 जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में लगातार प्रवासी आ रहें है लिहाजा संस्थागत क्वारन्टीन को और अधिक बढ़ाने हेतु होटल ऐसोसिएशन से भी वार्ता कर ली जाय। इसके अतिरिक्त बौंन गावं इंजीनियरिंग कालेज में 100 बैड का क्वारन्टीन सेंटर बनाने हेतु आवश्यक वयवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। सभी क्वारन्टीन वार्ड में पर्याप्त सफाई कर्मियों की तैनाती करने व क्वारन्टीन फैसेलिटी पर कड़ी नजर रखने हेतु राजकीय इंटर कालेज के प्रवक्ताओं को प्रशिक्षण देकर नोडल अधिकारियों के रूप में तैनाती करने के निर्देश दिए हैं। कोविड 19 को लेकर नियुक्त जिला स्तरीय अधिकारी एवं ब्लाक स्तरीय अघिकारी प्रत्येक गांव में स्थापित पंचायत/विद्यालय क्वारन्टीन का अधिक से अधिक भ्रमण करेंगे। इसके अतिरिक्त पटवारी भी गांव-गावं जाकर पंचायत/विद्यालय क्वारन्टीन का भ्रमण करेंगे। तथा पंचायत क्वारन्टीन में रह रहें व्यक्तियों को शत-प्रतिशत क्वारन्टीन नियमों का अनुपालन करवाना सुनिश्चित करेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के साथ पीआरडी जवानों की भी तैनाती करने के भी निर्देश दिए हैं। बैठक में गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत भी उपस्थित थे। विधायक ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण रोकथाम व प्रभावी नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य महकमें व जिला प्रशासन  मुस्तैदी के साथ बेहतर कार्य कर रहा है ।  

बैठक में पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी पी0सी0 डंडरियाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 डी0पी0 जोशी, डिप्टी  कलेक्टर चतर सिंह चौहान ,उप जिलाधिकारी आकाश जोशी ,आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल आदि मौजूद थे।
                                           

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