फौज में भर्ती होने की तस्मान्न लिए सूरज, जश्ने आजादी के दिन 15 अगस्त को आईटीबीपी की भर्ती में भाग लेने गया था परिजनों की माने तो दौड़ में सेलेक्ट भी हो गया था । रक्षा बंधन बांधने वाली बहन भाई को फौजी ड्रेस में देखने का सपना देख ही रही थी कि अगले दिन भाई की लाश मिलने से परिवार वालों पर गमो का पहाड़ टूट पड़ा। पुलिस की जांच से असंतुष्ट परिजन आईटीबीपी गेट के पास कातिल को पकड़ कर फांसी देने की मांग कर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए है।
शैलेन्द्र सिंह लाल कुंआ

सूरज हत्याकांड मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से मौत के कारण की पुष्टि न होने के चलते पुलिस प्रशासन ने न्यायालय से अनुमति लेकर मृतक का बिसरा फॉरेंसिक लैब रुद्रपुर को भेज दिया। इधर मृतक के परिजन शनिवार दोपहर से सूरज हत्याकांड के खुलासे को लेकर आईटीबीपी के मुख्य द्वार के समक्ष अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए है।
। सूरज सक्सेना की मौत के मामले में शव के पूरी तरह क्षत-विक्षत होकर खराब हो जाने के चलते पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु के कारण की पुष्टि नहीं हो सकी थी। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने मृतक सूरज के सुरक्षित रखे गये बिसरे की फॉरेंसिक जांच कराने के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नैनीताल से अनुमति प्राप्त कर शुक्रवार को बिसरा फॉरेंसिक लैब रुद्रपुर को भेज दिया। जहां से एक सप्ताह बाद सूरज की मौत के कारण का पता चल जायेगा। पुलिस ने शुक्रवार को भी तमाम क्षेत्रों में जांच एवं सूरज के साथ भर्ती को आये युवकों से पूछताछ की परंतु स्पष्ट रूप से जानकारी कहीं भी नहीं मिल पायी। हत्यारों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने से नाराज परिजन आइटीबीपी के मुख्य द्वार पर पहुंच गये और आईटीबीपी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। धरना प्रदर्शन के दौरान मृतक सूरज के परिजनों ने कहा की उन्होंने आईटीबीपी के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। और उनका यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक उनके बेटे को न्याय नहीं मिल जाता और असल कातिल फांसी के तख्ते तक नहीं पहुंच जाते। वहीं परिजनों ने यह भी कहा कि वह पुलिस की कार्यवाही से सन्तुष्ट नहीं है। और जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता तब तक वह गेट के सामने ही अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।