राष्ट्रीयअनुसूचित जाति आयोग की सदस्य है स्वराज।
वर्ष 2010 की आपदा के बाद से पुनर्वास की मांग कर रहे उत्तरकाशी के ग्रामीणों को अपने बीच से दिल्ली दरबार तक पहुँची रस्ट्रीय अनुसूचित आयोग की सदस्य डॉ स्वराज विद्धवान से बड़ी उम्मीद थी किन्तु सिस्टम के अधिकारियों ने जो दलील दी उससे नाराज स्वराज ने नाराजी जताते हुए एक महीने के भीतर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। आपदा राहत भले ही न मिली हो किन्तु उमस भरी चिलचिलाती दिल्ली की गर्मी में स्वराज के आवास पर मिले स्वागत सम्मान से स्थानीय लोग तो गदगद है।
गिरीश गैरोला
उत्तरकाशी जिले के ग्राम सभा बड़ेथी के लोगो ने 2010 में आपदा पीड़ित परिवारों की पुनर्वास या कॉम्पनसेशन की मांग डॉ स्वराज से रखी । उनके द्वारा त्वरित संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को एक महीने में पूरी जांच के आदेश दिए थे। जिसके लिए बड़ेथी का शिष्ट मंडल दल(डॉ0 विजय बडोनी,गोपाल सिह रावत जी,सुमन बडोनी जी,मनोज कोहली जी,अमित पंवार जी) भी मा0 सदस्या अनुसूचित जाति आयोग में उपस्थित रहा,मा0 सदस्या जी प्रसासन की प्रस्तुत की गई रिपोर्ट व कार्य प्रणाली से सन्तुष्ट नही हुई व एक माह का समय देकर पुनः अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विस्तृत रिपोर्ट के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिये ।