आर्य मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल बुराड़ी के डॉक्टर है गर्भवती ममता चैहान और उसके बच्चे की मौत के जिम्मेदार।
दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों लगातार आ रही शिकायतों पर सरकारें कोई एक्शन नहीं ले रही इसी का नतीजा है कि इनके हौंसले बुलंद हैं । झोलाछाप डॉक्टरों व उनके द्वारा चलाये जा रहे अस्पतालों पर एक्शन न होने का नतीजा ही है कि बुराड़ी के कौशिक एन्क्लेव में स्थित आर्य मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल में 29 तारीख को उत्तराखण्ड मूल की एक गर्भवती महिला ममता चैहान व उसके बच्ची की वहां के डॉक्टरों की लापरवाही से जान चली गयी ।
हरीश असवाल नई दिल्ली
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गर्भवती ममता चैहान व उनके पति 24 अक्टूबर को जांच के लिए उक्त अस्पताल में गए थे वहां पर जांच के बाद डॉक्टरों ने कहा कि वो ठीक है और दीपावली के बाद नार्मल डिलीवरी हो जाएगी।
29 अक्टूबर को ममता को दर्द होने पर उसके घर वाले उसे अस्पताल ले गए तो डॉक्टर्स ने कहा कि सब ठीक है कुछ ही देर में डिलीवरी हो जाएगी उन्होंने परिवार को गुमराह किया और ममता की सही हालात के विषय में नहीं बताया और 6 घंटे के बाद जब हालात बिगड़ने लगी तो उन्होंने उसे दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए कहा पर पेशेंट को कोई एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं कराई। पत्नी की बिगड़ती हालत से घबराकर ममता के पति कैब बुक कर उसे सरकारी अस्पताल ले जाने लगे वो वहां से अभी रिंग रोड ही पहुंचे थे कि उनको ममता अचेत अवस्था में लगी वहीं उन्हें शक हो गया पर जब अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर्स ने ममता को मृत घोषित कर दिया।
पारिवारिक लोग डेड बॉडी को लेकर जब कौशिक एनक्लेव पहुंचे तो आर्य मल्टी स्पेसलिस्ट अस्पताल के डॉक्टर व सभी कर्मचारी भाग गए। उनके लालच व लापरवाही ने एक मासूम व ममता की जीवन लीला बड़ी ही बेरहमी से समाप्त कर दी। इस मौत से पारिवारिक लोग व उत्तराखंड समाज के लोग आक्रोशित हैं और उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी है किन्तु अस्पताल के मालिक अभी तक पकड़े नहीं जा सके।
उत्तराखंड एकता मंच के तत्वाधान में उत्तराखंड समाज ने आज से आर्य मल्टी स्पेसलिस्ट अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल शुरू कर दिया है। उनकी मांग है कि ममता व उसके बच्चे की मौत के दोषियों को शीघ्र पकड़कर सख्त से सख्त सजा दी जाये एवं खूनी अस्पताल पर जल्द ताला लगाया जाए।
इस दुःखद घटना पर उत्तराखंड समाज बहुत दुखी है और शीघ्र से शीघ्र न्याय की मांग कर रहा है। ममता व उनके बच्चे को न्याय दिलाने के लिए कल रात से ही बुराड़ी के रहने वाले सुरेंद्र गुसाईं जोगी व निशांत भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। ये खबर लिखे जाने तक पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है।