उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण के साथ मांगलिक कार्यों में शराब बंदी जैसे महत्वपूर्ण कार्य मे अपने जीवन को समर्पित करने वाली ऋषिकेश की कुसुम जोशी को बालिका दिवस पर सम्मानित किया गया। शादी से पूर्व मेहंदी जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शराब परोसने की गलत परंपरा के सामने डटकर विरोध करने वाली कुसुम को आरंभ में कई परेशानी झेलनी पड़ी उन्हें धमकियां दी गयी किन्तु परिवार और पति राजेन्द्र जोशी के सहयोग से कुसुम ने दृढ़ता से सभी मुसीबतों का सामना किया और आज वह सज के सामने खुद प्रेरक प्रसंग बन गयी है।
गिरीश गैरोला
बालिका दिवश पर बहादुरी पुरूस्कार “
-दिव्य प्रेम सेवा मिशन हरिद्वार द्वारा नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी के जन्मदिन पर आयोजित तीर्थ नगरी ऋषिकेश के अमर शहीदों को समर्पित आयोजन में उनके परिजनों सहित भूतपूर्व सैनिकों शहीद सैनिक परिवारो को सम्मानित किया गया ।
राज्य मंत्री श्री कृष्ण कुमार सिंघल जी भाई साहाब का आभार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी उ.प्र. सरकार, मोर्य जी ने बधाई देते हुऐ कहा की उतराखण्ड में मांगलिक कार्यक्रम पर शराब पार्टी ना करने के लिऐ लोगो को प्ररित करना बहुत कठीन काम है !
सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमतीीी कुसुम जोशी ने काबीना मंत्री श्री मदन कौशिक , विधायक अयोध्या जी श्री गोरखनाथ जी, विधायक श्री कुँवर बृजेश सिंह रावत जी, भाजपा के राष्टीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला जी लोनी विधायक नंद किशोर जी माननीया महापौर ऋषिकेश श्रीमती अनिता ममगाईं जी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य उपस्थित का आभार व्यक्त किया।
क्रांतिकारी महान विचारक के शब्दों की पुनरावृत्ति करते हुए कुसुम जोशी ने कहा हमारी राह भले ही भयानक और पथरीली हो, हमारी यात्रा चाहे कितनी भी कष्टदायक हो, फिर भी हमें आगे बढ़ना ही है..सफलता का दिन दूर हो सकता है, पर उसका आना अनिवार्य है…. नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के अनमोल विचार