उत्तरकाशी – आशीर्वाद और परिक्रमा फेल – सुभाष बडोनी का तीसरा कार्यकाल सुरु

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आम तौर पर गैर राजनैतिक संगठन के रूप में पहिचान रखने वाले व्यापार मंडल में चुनाव के दौरान राजनैतिक दल उठा पटक करनेकी कोसिस जरूर करते है, किन्तु उत्तरकाशी व्यापार मंडल पर उनको रोटी सेंकने का मौका ही नही मिला , नगर व्यापार मंडल के चुनाव से लेकर व्यापारिक हितों के निर्णय तक बेहतरिन प्रसासनिक फैसलों के लिए जिला अध्यक्ष सुभाष बडोनी का कार्यकाल उम्दा रहा, यही वजह रही कि प्रदेश कार्यकारिणी ने सुभाष को तीसरी बार नामित कर इस दिशा में आगे बढ़ने की हरी झंडी दे दी।

गिरीश गैरोला

सुभाष और अजय की जोड़ी का तीसरा कार्यकाल सुरु हो गया है।अब तक यु पी ए और मोदी सरकार के ही दो कार्यकाल के चर्चो से लोग मुक्त नही हो पाए थे कि अब व्यापार मंडल उत्तरकाशी में इस जोड़ी ने निर्विरोध अपना तीसरा कार्यकाल सुरु कर दिया है।व्यापार मंडल के प्रदेश अद्यक्ष नवीन वर्मा ने उत्तरकाशी में व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष के रूप में सुभाष बडोनी और जिला महामंत्री के रूप में अजय बडोला को नामित किया। बतौर तीसरे कार्यकाल पर जिला अध्यक्ष सुभाष बडोनी ने प्रदेश कार्यकारिणी का धन्यवाद करते हुए व्यापारिक हितों के लिए जुटे रहने की बात कही है।इस दौरान लंबे समय से बिखरे व्यापारी समाज को एकत्र कर उनमें सम्मान की भावना पैदा करने और इंस्पेक्टर राज को दूर करने में इस जोड़ी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।व्यापार मंडल की प्रशासनिक व्यवस्था का एक नमूना व्यापार मंडल के चुनाव के दौरान देखने को मिला जब तमाम पुलिस गुप्तचर विभाग पूर्व सैनिक सहित नगर के गण मान्य लोगो ने चुनाव प्रक्रिया की तारीफ करते हुए इसकी तुलना लाखो करोड़ो खर्च होने वाले सरकारी चुनावो से की थी।इसी दौरान व्यापार मंडल को एहसास हुआ कि समाज मे उनका कितना बड़ा रोल है, कोई भी राजनैतिक दल हो, चुनावी सभा हो अथवा विरोध प्रदर्शन और हड़ताल , सफलता और असफलता का संदेश बाजार से ही जाता है, बाजार के चौक चौराहे से चाय की चुस्की  के साथ मुद्दों पर चर्चा राजनैतिक दलों की हार जीत का गणित तय करती है, कोई भी बंद और विरोध। ब्यापार मंडल के बंद से ही सफल होता है, छात्र संघ से लेकर बड़े नेताओं तक कि भीड़ के लिए चंदा भी बाजार से ही जुटाया जाता है,  व्यापारियों का काम हो या न हो पर सभी नेताओं को बाजार में उतारना ही पड़ता है, सरकारी तंत्र पुलिस और जिला प्रशासन को भी व्यापार मंडल से मिलजुल कर कर ही नीतियों का अनुपालन करना पड़ता था, इतनी बड़ी जिम्मेदारी निभाने वाले व्यापार मंडल को अपनी भागीदारी का अहसास कराने के बाद ही वर्ष 2012- 13 की आपदा में उत्तरकाशी के व्यापारियों को अपनी जिम्मेदारी का अहसास दिलाते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में 108 दिनों के धरने में सुभाष बडोनी जी ने अपनी टीम के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और नगर में पहली बार आरसीसी दीवार से नदी के दोनों तरफ सुरक्षा दीवार निर्मित हुई,अपने तीसरे कार्यकाल पर बोलते हुए सुभाष बडोनी ने कहा कि बदलते दौर में बाजार कई संकट से गुजर रहा है, ऐसे में जिला पंचायत और पालिका के अतिरिक्त कर जे भार से मुक्त दिलाना और नगर में व्यापार भवन निर्माण करना उनकी प्राथमिकता में रहेगा।उत्तरकाशी नगर में सुरक्षा दीवार निर्माण के बाद निकली पर्याप्त जगह में सार्वजनिक हित के लिए व्यापार भवन के लिए जगह ने मिलने और नदी के किनारे अवैध अतिक्रमण पर पर नीति नियंताओं की चुप्पी पर सुभाष ने कड़े सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि व्यापारी का अधिकतम समय उड़की दुकान पर बीतता है, जिस किसी को भी सरकार बनानी हो या चुनाव जीतना हो उसे हर हाल में व्यापारियों के पास ही आना पड़ता है जबकि व्यापरिनके पास नेताओ के आगे पीछे परिक्रिमा का समय होता ही नही लिहाजा चुनाव जीतने के बाद व्यापारियों की उपेक्षा करने वालो को 2022 और 24 में सबक सिखाने के लिए भी टीम को एकजुट करना नई प्राथमिकता में सामिल है।

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