देहरादून
कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान हुआ हादसा।
आज के विज्ञान के युग मे जीते हुए भी समाज मे भूत प्रेत और अंध विश्वास में कोई कमी नही आई है। राज्य की बीजेपी सरकार के विरोध के दौरान सरकारी भूत ने जलने से पहले विरोधियों को अंदर से डरा दिया है। झाड़ फूंक ओझा के साथ जलने से पहले जलाने के अंदाज ने राजनीति में नई चर्चा को जन्म दे दिया है।
गिरीश गैरोला देहरादून
अपना प्रदेश उत्तराखंड में बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं के खिलाफ राज्य सरकार का विरोध करना कांग्रेश को महंगा पड़ गया। नाराज काँग्रेशजन राज्य सरकार का पुतला बना कर आग के हवाले कर रहे थे, की जलने स्व पहले आग से लिपटा हुआ पुतला भी जलकर समाप्त होने से पहले काँग्रेश जनों की तरफ लपका बाकी लोग इधर उधर होकर बाख गए किन्तु इस घटना से बेखबर महानगर महिला कांग्रेश की अध्यक्ष कमलेश रमन बाल बाल बच गयी वरना पुतला तो उनसे जाकर चिपक ही गया था।
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दरअसल हिन्दू रीति रिवाज में चिता जलाने से पूर्व और बाद में कुछ परंपराओं का पालन किया जाता है। हास्य व्यंग्य या विरोध प्रदर्शन के लिए ही सही किसी का भी पुतला दहन करने पर भी उन्ही सब नियमो का पालन किया जाता है। लिहाजा पुतले के इस तरह खुद जलने से पूर्व किसी और को जलाने की बात चर्चानक विषय बनी हुई है।