रेप पीड़िता के मामले में हुआ खुलासा।
स्थानीय खच्चर चलाने वाला मजदूर ही निकला आरोपी।
गिरीश गैरोला
राजस्व इलाके में पुलिस के प्रवेश और संवेदनशील मामलों को हैंड ओवर लेने में देरी का खामियाजा पूरे प्रदेश को भुगतना पड़ा। उत्तरकाशी में नाबालिग बच्ची के साथ रेप के बाद बर्बरता पूर्वक हत्या के बाद पांच संदिग्ध बाहरी मजदूरों के टिहरी जिले की थत्यूड़ पुलिस द्वारा पकड़े जाने और एक धर्म विशेष के लोगो के इस मामले में शामिल होने का बयान कहाँ से लीक हुआ जिसके बाद अफवाह फैलाने से रोकने के लिए उत्तरकाशी जनपद से लगे पांच पर्वतीय जनपदो में इंटरनेट सेवा को बाधित कर दिया गया। दो दिन तक नगर में बाजार विरोध में बंद रहे।
मंगलवार को पुलिस सूत्रों ने बताया कि रेप और हत्या का आरोपी स्थनीय खच्चर चालक मजदूर ही है जिसका अक्सर पीड़ित के घर पर आना जाना था। दरअसल पीड़ित की बड़ी बहिन इस बात की पहले दिन से ही तस्दीक कर रही थी किंतु इसका बयान लेने में पुलिस ने काफी देर कर दी। जबकि पीड़ित परिवार के घटना वाले रात को सोने वाले स्थान पर बार बार बयान बदलने से भी शक की सुई आसपास के ही संदिग्ध पर घूम रही थी।
पूरे प्रदेश में पीड़िता के पक्ष में न्याय की मांग को लेजर कैंडल शांति मार्च निकाले गए। इस दौरान नगर का सामाजिक सदभाव भी बिगड़ने के आसार बने। जिले में शांति और कानून व्यवस्था की कमान हाथ से निकलने के बाद शासन से पुलिस के आईजी संजय गुंजियाल ने उत्तरकाशी में कमान अपने हाथ मे ली और दूरदर्शिता पर परिचय देते हुए स्थानीय लोगो और राजनैतिक लोगो के साथ सामंजस्य बनाते हुए मामले की तह तक पहुँचने में मदद की । आईजी गुंजियाल ने अपने अनुभव के आधार पर पहले दिन ही मामले को देखने के बाद भीड़ तंत्र को समझते हुए बयान दिया था कि अक्सर ऐसे मामलों में आसपास के लोग ही मुजरिम साबित होते है। जिसके लिए उन्होंने कुमाऊँ में सुलझाए कुछ केस का भी हवाला दिया।