–एसएमआई कार्यालय का बड़ा कारनामा सामने आया है जहा बिना एसएमआई के हस्ताक्षर के चतुर्थ श्रेणी कर्मी ने 14 चालान काट दिए हैं जिसके बाद राइस मिल से आरएफसी गोदाम तक चावल भी पहुंच गया। पत्रकार जब वरिष्ठ विपणन कार्यालय पहुंचे तो चालान काटने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आनन-फानन में ऑफिस का ताला लगा कर चंपत हो गए। हल्ला गुल्ला होते देख एसएमआई ने 1 घंटे बाद गोदाम में आकर चालानों पर हस्ताक्षर किये। सूचना मिलने पर उपजिलाधिकारी भी आरएफसी गोदाम पहुंच गए जहां उन्होंने गोदाम के साथ चावल की गुणवत्ता की जांच कराई।
अनीश रजा, सितारगंज।

सितारगंज प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस के लाख दावे करें लेकिन खाद्य विभाग उनकी मंशा पर पतीला लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है राशन की कालाबाजारी नगर में एक चर्चा का विषय बनी हुई है जो मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि एसएमआयी कार्यालय का एक नया कारनामा सामने आया जहां द्वितीय शनिवार अवकाश के दिन चतुर श्रेणी कर्मचारी ने कार्यालय खोलकर राइस मिलर्स के लिए चावल के 14 चालान काट दिए और उस चालान में किसी भी अधिकारी के साइन नहीं थे जिसके बाद पत्रकारों को सूचना मिली तो पत्रकार कार्यालय पहुंचे जहां मौजूद चतुर श्रेणी कर्मचारी पत्रकारों को देख कार्यालय का ताला लगाकर चंपत हो गए जिसके बाद पत्रकारों की टीम आरएफसी ऑफिस पहुंची जहां बिना एसएमआई के हस्ताक्षर के चालान के जरिए गाड़ियों को गोदाम तक पहुंचाया जा रहा था। पत्रकारों को देख आनन-फानन में कर्मचारियों ने चावल से भरी गाडियो को रुकवाया और करीब 1 घंटे तक चावल से भरी गाड़ियां वहीं खड़ी रही। राइस मिलर्स भी वहां इकट्ठे होने लगे इसके बाद मामला बिगड़ते देख कर्मचारियों ने वरिष्ठ विपणन अधिकारी को फोन किया जिसके बाद चालान पर साइन हुए और गाड़ियां गोदाम तक पहुंची।

कुछ देर बाद उप जिला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए उन्होंने आरएफसी गोदाम के इंचार्ज को बुलाकर जानकारी ली लेकिन डिपो इंचार्ज उप जिलाधिकारी को संतुष्ट जवाब नहीं दे पाए उन्होंने माना कि बिना विपणन अधिकारी के हस्ताक्षर के गाड़ी नहीं उतारी जा सकती। वहीं इस पूरे मामले में उपजिलाधिकारी गौरव कुमार ने कहा कि चावल की गुणवत्ता सही पाई गई है लेकिन बिना दस्तखत के चावलों की गाड़ी उतारना कानून के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई की जाएगी