देहरादून। प्रदेश कांग्रेश कमेटी कार्यालय में स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री, भारत रत्न, स्0 पं0 जवाहरलाल नेहरू जी के 131वें जन्म दिवस (बाल दिवस) के अवसर पर कंाग्रेसजनों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में महानगर कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में आयेाजित कार्यक्रम में पं0 जवाहर लाल नेहरू जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद किया।
गिरीश गैरोला
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने पं0 नेहरू के जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पण्डित जवाहर लाल नेहरू जी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के दौरान किये त्याग और योगदान पर हमें गर्व है। उन्होंने प्रगतिशील, धर्मनिरपेक्ष और आधुनिकि भारत की जो आधारशिला रखने में योगदान दिया उसके लिए हम सब भारतवासी उन्हें कृतज्ञता से याद करते हुए नमन करते हैं।
पं0 जवाहरलाल नेहरू जी के पंचशील के सिद्धांत आज भी पूरी दुनिया को शांति का संदेश देते हैं। उन्होंने संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में समाजवाद, लोकतंत्र व नियोजन का नया प्रयोग किया था जिससे पूरे विश्व में लोकतंत्र की बयार कोे नई दिशा मिली थी। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हुए भारत के औद्योगिक विकास की मजबूत नींव खड़ी की थी। आजाद भारत की मजबूत अर्थ व्यवस्था की बुनियाद उनके कुशल नेतृत्व व दूरदृष्टि व विकास की सोच के कारण ही पड़ पाई थी।
पं0 नेहरू ने पूरे विश्व में भारत के विकास का एक नया माॅडल प्रस्तुत किया था। आज भी उन्हें पूरे विश्व में मिश्रित अर्थ व्यवस्था का जनक माना जाता है। उन्होंने कहा कि पं0 जवाहर लाल नेहरू जी एवं उनके द्वारा किये गये कार्यों तथा उनकी स्मृतियों को मिटाने के लिए कुछ शक्तियां जो इस समय सत्ता मद में चूर हैं, अनेकानेक कुत्सित प्रयास कर रही हैं हमें उनके इस कुप्रयास का जवाब देना है।
उन्होंने कहा कि जो लोग आज भारत की राजनीति से कांग्रेस को मुक्त करने की बात कर रहे हैं उन्हें हिन्दुस्तान की जनता समय-समय पर जवाब दे रही है एक समय वे भारत की राजनीति से स्वयं मुक्त हो जायेंगे।कांग्रेसजनों ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माता प0 नेहरू जी बहुलतावादी समाज, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय तथा साझा समृद्धि के लिए राष्ट्र के संसाधनों पर समान अधिकार और अवसर के पक्षधर थे। उन्होंने भारत की एकता, सम्प्रभुता और अखण्डता को अक्षुण्ण बनाये रखने तथा विभाजनकारी विचारधारा की राजनैतिक शक्तियों का मुकाबला करने का मार्ग दिखाया तथा गुटनिरपेक्ष आन्दोलन का सूत्रपात किया तथा विश्व के राष्ट्रों में भारत के गौरव को बढ़ाकर विश्व नेतृत्व की भूमिका में खड़ा किया।
हमे उनके दिखाये मार्ग पर चलकर साम्प्रदायिकता, घृणा और हिंसा को बढ़ावा देने का काम करने वाली शक्तियों का डटकर मुकालबा करना है।श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, महामंत्री गोदावरी थापली, पूर्व मंत्री अजय सिंह, मुख्य कार्यक्रम समनवयक राजेन्द्र शाह, अनुशासन समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिह, प्रवक्ता डाॅ0 आर.पी. रतूड़ी, लखपत बुटोला, डाॅ0 प्रतिमा सिंह, एआईसीसी सदस्य अजय नेगी, अल्पसंख्यक अध्यक्ष ताहिर अली, अर्येन्द्र शर्मा, पी.के. अग्रवाल, गरिमा दसौनी, प्रदेश सचिव राजेश पाण्डे, भरत शर्मा, जिलाध्यक्ष गौरव चैधरी, संजय किशोर, राजेश शर्मा, महन्त विनय सारस्वत, दिनेश कौशल, राजेश चमोली, विकास नेगी, राजेन्द्र सिंह चैहान, अन्नू बिष्ट, राधा चैहान, अशोक वर्मा, महेश जोशी, कुल्दीप चैधरी, संदीप चमोली, नागेश रतूड़ी, अनिल नेगी, कमर खान ताबी, अनुराधा, मानवेन्द्र सिंह, मदन कोहली, गौतम डोगरा, कुंवर सिंह यादव, लाखीराम बिजलवाण, सावित्री थापा, वीरू बिष्ट आदि कांग्रेसजन शामिल थे।
