जर्जर सूचना तंत्र पर ट्विटर की मार

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सूचना विभाग उत्तरकाशी को ट्विटर चलाने की जानकारी न होना महंगा पड़ सकता है। डीएम उत्तरकाशी ने आयुक्त गढ़वाल के निर्देश का हवाला देते हुए  सूचना विभाग को लपेट लिया है, इस बीच आधुनिक ब्रॉड गेज पर चलने की कोशिस कर रहे  नैरो गेज की पटरी वाले सूचना विभाग की जर्जर हालत भी सामने आई है। ऐसे में डीएम के कार्यो की जिले में आईना दिखाने वाले सूचना विभाग की नाफरमानी से विभाग की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए है।

गढ़वाल आयुक्त बीबी आरसी पुरुषोत्तम द्वारा उत्तरकाशी जिले के सूचना अधिकारी  गोविंद सिंह बिष्ट और संरक्षक सुरेश कुमार को जनपद की सभी गतिविधियों को  डीएम उत्तरकाशी के सरकारी ट्विटर अकाउंट पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए थे । किंतु ऐसा न नही हो सका जिसके बाद डीएम उत्तरकाशी ने उक्त दोनों कर्मचारियों के इस कृत्य को घोर लापरवाही और उच्च अधिकारियों के आदेश की अवहेलना मानते हुए इनके विरुद्ध कर्मचारी अचार नियमावली के अनुरूप अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिए अपर जिला अधिकारी हेमंत कुमार वर्मा को जांच अधिकारी नामित किया है, जो उक्त के संबंध में अपनी आख्या डीएम उत्तरकाशी डॉ आशीष कुमार चौहनको प्रस्तुत करेंगे ।

उक्त प्रकरण पर सूचना अधिकारी गोविंद सिंह बिष्ट ने बताया कि उन्हें ट्विटर अकाउंट चलाना ही नही आता है लिहाजा उन्होंने अपने अधीनस्थ सुरेश कुमार को उक्त सूचना ट्विटर अकाउंट पर चलाने के निर्देश दिए थे किंतु उन्होंने भी ऐसा नही किया, इससे पहले की वे अपने अधीनस्थ से जबाब मांगते ,ऊपरी स्तर से ही  दोनो के खिलाफ कार्यवाही हेतु पत्र प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि जिले में सूचना विभाग में वरिष्ठ होने के नाते उन्हें अपने अधीनस्थ से जबाब मांगने का मौका नही मिला, साथ ही उन्होंने खुद पर लगे दूसरे आरोप से इनकार किया जिसमें कहा गया कि उनके द्वारा जनपद की महत्वपूर्ण गतिविधियों  और सूचनाओं के प्रचार प्रसार में लापरवाही बरती गई है।
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 उन्होंने बताया कि उनके उत्तरकाशी जिले में जॉइन करने से लेकर अब तक 8 महीने का समय हो गया हसि किन्तु तब से लेकर वे अपनी जेब से विभाग के सरकारी वाहन में फ्यूल डाल कर काम चला रहे है। इसके अलावा उनके आने से पूर्व 56 हजार रु फ्यूल का पुराना भुगतान होना बाकी है,  इसके अतिरिक्त सूचना विभाग के सरकारी वाहन के रखरखाव के लिए लंबित एक लाख 40 हजार के करीब के बजट में से अभी एक सप्ताह पूर्व केवल 40 हजार रु निदेशालय से प्राप्त हुए है।
इस संबंध में सुरेश कुमार संरक्षक सूचना विभाग से दूरभाष पर बात न होने से उनका पक्ष नही जाना जा सका।
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डीएम उत्तरकाशी डॉ आशीष ने बताया कि उक्त ट्विटर अकाउंट dm_utarkashi पूर्व में एनआईसी में तैनात कर्मी द्वारा संचालित किया जा रहा था जिसके जाने के बाद ये जिम्मेदारी आयुक्त महोदय कर निर्देश के बाद सूचना विभाग को दी गयी थी। उन्होंने कहा कि आयुक्त महोदय बेहतर आउटपुट के साथ जबाबदेही कार्यप्रणाली में विश्वास करते है लिहाजा उनके आदेशो।की अवहेलना पर उक्त कार्यवाही की गई है। एडीएम की आख्या के बाद ही इस पर अंतिम निर्णय हो सकेगा।
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