टिहरी पालिका हादसे को दुहराने का इंतजार कर रहा प्रशासन।
शिव नगरी उत्तरकाशी को सुंदर और व्यवस्थित करने की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अमरिकन पूरी का आमरण अनसन को जिला प्रशासन नजर अंदाजी भारी पड़ सकती है। इसी तरह की मांग टिहरी जिले में भी उठी थी और जो चूक उस वक्त वहाँ जिला प्रशासन ने की वही हालात पड़ोसी जनपद में भी नजर आने लगे है।
गौरतलब है कि नगर पालिका में व्याप्त भृस्टाचार के खिलाफ जब सभासदों की आवाज को दबा दिया गया तब भी अमरिकन पूरी ने सूचना अधिकार के जरिये कई घोटालो का पर्दाफाश किया था जिसके बाद तत्कालीन डीएम द्वारा बनाई गई उच्च स्तरीय जाँच कमेटी के निष्कर्ष भी महज सरकारी दस्तावेज बनकर शांत हो गए। नगर में अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद फिर इस मुहिम को बल मिला । अब एक बार फिर 28 जून से 6 सूत्रीय मांग को लेकर पूरी आमरण अनसन पर बैठे है। जिसके समर्थन में छात्र संघ ने मशाल झलूश निकाल कर अपना समर्थन दिया और प्रशासन को चेताया कि आंदोलन कभी भी उग्र हो सकता है , एक छोटी से चिंगारी शोला बन सकती है।
अमरिकन कहते है कि नगर में ठेलि फड़ी की व्यवस्था समाप्त कर उनको स्थायी जगह दी जानी चाहिए ताकि उनका रोजगार चलता रहे। पालिका मामले में पूर्व में adm की अध्यक्षता में बनी समिति की रिपोर्ट पर सीएजी रिपोर्ट के बाद दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाय। पालिका द्वारा शब्जी मंडी व्यापारियों से अवैध धन वसूली और दुकाने बनाने के मामले में भी जांच कर कार्यवाही अमल में लायी जाय। विश्वनाथ चौक के हटाये गए खोका धारकों को जिला परेसान जन्यत्र व्यवस्था करे और नगर में बनने वाले व्यवसायिक भवनों के आवंटन में जिला प्रशासन पारदर्शी नीति बनाये। अमरिकन पूरी ने बताया कि वे नगर की समस्या के स्थायी समाधान के लिए लड़ रहे है , जिज़के लिए कुछ कड़क फैसले लिए जाने की जरूरत है ताकि हमें आने वाली पीढ़ी से नजर मिलने में शर्म महसूस न हो।