डीएम की गाड़ी बनी 108 एम्बुलेंस

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डीएम की गाड़ी बनी 108 एम्बुलेंस।
सड़क हादसे में गंभीर घायल को खुद डीएम ने अपने सरकारी वाहन से भेजा अस्पताल।

छोटी से उम्र में उत्तरकाशी डीएम का पदभार संभाल रहे आईएएस आशीष चैहान ने एक बार फिर संजीदगी दिखाते हुए एक घायल को नया जीवन दिया। सोमवार को अरूणाचल प्रदेश में सड़क हादसे में मृतक भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवान को मोक्ष घाट पर सलामी देने के बाद वापस मुख्यालय लौट रहे डीएम आशीष कुमार चौहान ने रतूड़ीसेरा के पास गंगोत्री हाई वे पर सड़क हादसे में गंभीर घायल को देखा तो अपना वाहन रोक लिया। उन्होंने देखा कि सिंगोट निवासी बाइक सवार विकास के सर में बड़ी चोट लगी है और उसमें से तेजी से खून बह रहा है। हेड इंजरी के हालात को भांपते हुए डीएम ने बिना 108 एम्बुलेंस का इंतज़ार किये बिना
तत्काल अपने वाहन से ही गंभीर घायल सहित अन्य सामान्य घायलों को जिला अस्पताल पहुचाया और खुद पीछे से आ रही लोक निर्माण विभाग बडकोट की गाड़ी से मुख्यालय पहुंचे। जिला अस्पताल पहुँच कर सीएमएस को गंभीर घायल को ततकाल एम्बुलेंस की व्यवस्था कर देहरादून हायर सेंटर भेजने के निर्देश दिए।
गौरतलब है कि अपने सर्विस में आईएएस आशीष कुमार चौहान पहली बार डीएम बन उत्तरकाशी में सेवा दे रहे हैं। इससे पूर्व वर्ष 2016 में सीडीओ पिथौरागढ़ के पद पर रहते हुए भी उन्होंने मदकोट -मुनस्यारी मोटर मार्ग पर सड़क हादसे में घायल को तत्काल हैली कॉप्टर से हायर सेंटर भेज कर उस गरीब को भी जीवन दान दिया था जो आज भी खुद का बाकी जीवन किसी की अमानत समझता है। बताते चले कि उस समय तत्कलीन मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने मुख्य सचिव के साथ दौरे पर थे तब सीडीओ आशीष चौहान ने बिना पूर्व अनुमति के आत्मा की आवाज पर ही सड़क हादसे में गंभीर घायल को चीफ सेक्रेटरी के हैली कॉप्टर से हायर सेंटर भेजा था। तब भी इस नौजवान अधिकारी के इन निर्णय का सभी ने दिल से स्वागत किया था। सर्विस बुक के भले ही अभी इनकी सेवा के कम पन्ने ही भरे हो किन्तु उनमें से कुछ पन्नो की स्याही का रंग बेहद चटख है। इस छोटी से अवधि में भी आमजन से अधिकारी की आत्मीयता का भाव उसे समाज के सामने बहुत बड़ा कर देता है।
एक सैलूट इस सोच को।

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