डीएम को एडीबी पर गुस्सा क्यों आता है? 35 लाख जुर्माने के बाद मुख़्स सचिव ने भी लताड़ा। सुधारने को एक माह का वक्त।

Share Now

– नैनीताल जिले में एडीबी (यूयूएसडीआईपी) द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से जिलाधिकारी सविन बंसल काफी नाखुश हैं। कार्यभार ग्रहण करने के बाद श्री बंसल द्वारा एडीबी के पेयजल एवं सीवरेज कार्यों की गहन समीक्षा की थी। समीक्षा के दौरान उनकों एडीबी के कार्यों में अनियमित्ताओं एवं काम की ढिलाई का आभास हुआ, जिसकी रिर्पोट उन्होंने मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन को प्रेषित की थी। एडीबी के कार्यों को लेकर मुख्य सचिव द्वारा 19 नवम्बर को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग भी की जा रही है।

शासन के निर्देशों पर एडीबी (यूयूएसडीआईपी) के उच्चाधिकारी बुद्धवार की सुबह जिलाधिकारी से मिले। कलैक्ट्रेट कक्ष में जिलाधिकारी ने एडीबी द्वारा संचालित कार्यों की पुनः समीक्षा की और कहा कि एक माह का अतिरिक्त समय दिया जा रहा है। ऐंसे में एडीबी करार के अनुसार नैनीताल शहर की पेयजल व्यवस्था एवं पेयजल संयोजनों में मीटर लगाने का शतप्रतिशत कार्य पूर्ण कर ले। यदि तय सीमा में कार्य पूर्ण नहीं किए जाते हैं तो उच्च स्तरीय विजिलेंस जाॅच के साथ ही स्पेशल आॅडिट कराया जायेगा।

गिरीश गैरोला

उन्होंने कहा कि पानी के मीटर लगाये जाने की स्थिति काफी खराब होने पर विगत दो माह पूर्व कार्यदायी संस्था पर पैंतीस लाख का जुर्माना लगाया गया था, यदि एक माह के भीतर शतप्रतिशत पानी के मीटर नहीं लगाए जाते हैं तो अर्थदण्ड में बढोत्तरी कर वसूली की जाएगी। 


श्री बंसल ने कहा कि एडीबी (यूयूएसडीआईपी) द्वारा आगामी प्रोजेक्टों को जिले में संचालित करने के लिए तब तक जारी नहीं की जाएगी, जब तक कि कार्य संतोषजनक तरीके से पूर्ण न होंजाए। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी समस्या नैनीताल शहर में पेयजल लाईनों के फटने की है। जिसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है और इसकों लेकर लोग धरना प्रदर्शन करने पर भी उतारू हो रहे हैं। यह स्थिति काफी गंभीर है जिसके लिए एडीबी सीधे तौर पर जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि एडीबी के अधिकारी पेयजल निगम तथा जल संस्थान से समन्वय स्थापित कर, कार्यों को अंजाम दें। 


बैठक में यह तथ्य सामने आया कि एडीबी (यूयूएसडीआईपी) द्वारा नए पम्प हाउसों में लाखों की लागत के इलैक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम लगाए गए हैं, परन्तु विद्युत संयोजन एडीबी द्वारा न कराने के कारण सिस्टम उपयोग में नहीं लाए जा रहे हैं, इससे लाखों रूपये के नुकसान की संभावना हैं।

इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए श्री बंसल ने तत्काल विद्युत संयोजन कराए जाने के निर्देश एडीबी के अधिकारियों को दिए। उन्होंने हल्द्वानी महानगर, रामनगर में एडीबी द्वारा सीवरेज कार्यों के साथ ही एसटीपी निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की।  


बैठक में मेयर डाॅ.जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, अपर जिलाधिकारी प्रशासन केएस टोलिया, नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया, उप कार्यक्रम निदेशक यूयूएसडीआईपी विनय मिश्रा, परियोजना प्रबन्धक आरके रजवार, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान एएस अंसारी, अधिशासी अभियंता संतोष कुमार उपाध्याय, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम जीएस तौमर के अलावा विवेक चन्द्र भट्ट, दिनेश चन्द्र आर्य, दुर्गेश पन्त, संजय कुमार, सुभाष भट्ट, युद्धवीर सिंह आदि मौजूद थे।  

error: Content is protected !!