लाखों लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देने वाली गोला नदी से खनन कार्य आज विधिवत रूप से प्रारंभ हो गया। पहले चरण में यहां लालकुआं खनन निकासी गेट को चालू किया गया है जिसके बाद 1 सप्ताह के भीतर हल्द्वानी और लालकुआं डिवीजन के लगभग सभी खनन निकासी गेट चालू कर दिए जाएंगे।
शैलेन्द्र कुमार सिंह,लालकुआं
गौरतलब है कि यहां खनन कारोबार से जुड़े लोगों को रोजगार देने का एक बड़ा साधन यह नदी है । यहां ट्रांसपोर्ट व्यवसाई हो या फिर स्टोन क्रेशर मालिक सभी लोगों को यही से रोजगार उपलब्ध होता है इसके अलावा खनन निकासी कार्यों में लगे वाहन स्वामियों को भी रोजी रोटी कमाने का मौका मिलता है वहीं पड़ोसी राज्यों से आने वाले मजदूरों को भी गोला नदी रोजगार देने का काम करती है।
यहां लालकुआं गेट का विधिवत शुभारंभ करने के बाद तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ नीतीश मणि त्रिपाठी ने बताया कि यहां लालकुआं गेट को आज विधिवत रूप से चालू कर दिया गया है इसके अलावा अवैध खनन को रोकने के लिए भी व्यवस्था बनाई गई है उन्होंने बताया कि आज लालकुआं गेट के बाद कल या परसों बेरीपड़ाव गेट खोला जाएगा और 1 सप्ताह के भीतर लगभग सभी गेट चालू कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस बार ट्रांजिट और रोड टैक्स भी ऑनलाइन काटा जाएगा साथ ही अवैध खनन पर लगाम के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं जो लगातार अपडेट देते रहेंगे और उन्हें कहीं पर भी ऑनलाइन देखा जा सकेगा इसके अलावा तीसरे चरण में वाहनों पर जीपीएस लगाने का प्रावधान भी किया जा रहा है ताकि अवैध खनन पर अंकुश लग सके।
खनन निकासी गेटों पर इस बार जो भी वाहन निकासी कार्य में लगे हैं वह सभी आरटीओ ऑफिस से प्रमाणित होकर आएंगे उन्हें ही गेटो से प्रवेश की अनुमति मिलेगी अवैध खनन को रोकने की दिशा में यह भी एक बड़ा कदम माना जा रहा है।