देवभूमि उत्तराखंड के कोटद्वार में फिर मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला सामने आया है । पुलिस ने बच्ची का शव मालगोदाम के पास से बरामद कर लिया है। शव को जानवरों द्वारा खाया जा चुका है, आरोपी पुलिस की हिरासत में है।
भगवान सिंह पौड़ी।
कोटद्वार रेलवे स्टेशन परिसर में दो दरिंदों ने दस वर्ष की मासूम बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी। हत्यारे की निशानदेही पर बुधवार शाम पुलिस ने रेलवे स्टेशन परिसर में पुराने मालगोदाम के पीछे झाड़ियों से बच्ची का क्षत-विक्षत शव बरामद कर दिया। पुलिस ने मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर दिया है।
बताते चलें कि सोमवार सुबह झूला बस्ती निवासी एक व्यक्ति ने अपनी दस वर्षीय पुत्री की गुमशुदगी कोतवाली में दर्ज कराई। उनका कहना था कि सोमवार शाम उनकी बेटी घर के समीप दुकान में सामान खरीदने गई थी। सामान घर में देने के बाद वह अपने दोस्तों के साथ पड़ोस में खेलने की बात कहकर चली गई थी, लेकिन देर रात तक घर वापस नहीं लौटी। पुलिस ने बच्ची की गुमशुदगी दर्ज कर बच्ची की खोजबीन शुरू कर दी। बुधवार सुबह पुलिस ने संदेह के आधार पर पुलिस ने बच्ची के पड़ोस में रहने वाले पदम थापा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। शुरूआत में पदम ने जानकारी न होने की बात कही, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने के बाद उसने बच्ची की हत्या करने की बात स्वीकारी। पुलिस ने पदम की निशानदेही पर रेलवे स्टेशन परिसर में पुराने मालगोदाम के पीछे झाड़ियों से बच्ची का क्षत-विक्षत शव बरामद कर दिया।
अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय ने बताया कि पुलिस पूछताछ के दौरान पदम थापा ने अपने साथी झूला बस्ती निवासी अशोक के साथ मिलकर बच्ची से दुष्कर्म किया व उसके बाद शव को मालगोदाम के पीछ़े झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस पूछताछ में पदम ने बताया कि वह बच्ची को समोसा दिलाने के बहाने सोमवार देर शाम अपने साथ पुराने मालगोदाम शेड की ओर लाया और रात्रि करीब आठ बजे यहीं पर दुष्कर्म की घटना को अंजाम देकर शव को झाड़ियों में फेंक दिया। एएसपी राय ने बताया कि कुत्तों ने झाड़ियों में पड़े शव को खा दिया था, जिस कारण मौके से बच्ची का कंकाल बरामद हुआ। बताया कि मौके पर बच्ची की सेंडिल भी बरामद हुई है।