-17 दिसंबर से सरकार की अर्थी यात्रा निकालने का ऐलान, 21 दिसंबर को रिस्पना में लाई जाएगी अर्थी
देहरादून। टिहरी जनपद अंतर्गत देवप्रयाग के माल्डा में स्वीकृत एनसीसी एकेडमी वहां से अन्यत्र ले जाए जाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं व देवप्रयाग क्षेत्र के लोगों ने पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथाणी के नेतृत्व में विधानसभा के पास धरना प्रदर्शन किया।
गिरीश गैरोला
पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने ऐलान किया है कि यदि प्रदेश सरकार ने 16 दिसंबर तक एनसीसी एकेडमी देवप्रयाग से हटाए जाने संबंधी अपना फैसला वापस न लिया तो 17 दिसंबर से देवप्रयाग के हिंडोलाखाल से सरकार की अर्थी यात्रा शुरू की जाएगी। यह अर्थी यात्रा देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर घुमाई जाएगी और 21 दिसंबर को राजधानी देहरादून में रिस्पना नदी में सरकार की अर्थी जलाई जाएगी।
7 दिसंबर को एनसीसी ऐकेडमी देवप्रयाग से अन्यत्र ले जाए जाने के विरोध में देवप्रयाग क्षेत्र के लोग मंत्री प्रसाद नैथाणी के नेतृत्व में देहरादून में विधायक हाॅस्टल में जाकर वहां विधायक से संपर्क कर उन्हें ज्ञापन सौंपेंगे, मंत्रियों से भी मुलाकात की जाएगी। शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ता और देवप्रयाग क्षेत्र के लोग पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथाणी के नेतृत्व में विधानसभा के पास रिस्पना के किनारे एकत्रित हुए और देवप्रयाग के लिए स्वीकृत एनसीसी एकेडमी वहां से अन्यत्र ले जाए जाने के विरोध में प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। उनका कहना था सरकार के इस फैसले से देवप्रयाग क्षेत्र की जनता आक्रोशित है।
देवप्रयाग क्षेत्र की जनता अपने को ठगा सा महसूस कर रही है। कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों ने प्रदेश सरकार पर देवप्रयाग क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उनका आरोप था कि मुख्यमंत्री क्षेत्रवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। टिहरी जिले के देवप्रयाग माल्डा के लिए स्वीकृत एनसीसी एकेडमी को मुख्यमंत्री अपने गृह जिले में ले गए हैं।
जहां मुख्यमंत्री ही ससुराल है वहां इसको शिफ्ट किया गया है। उनका कहना था कि सरकार द्वारा पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है, जिसका कि हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
एक क्षेत्र का हक छीनकर दूसरे क्षेत्र को दिया जा रहा है। कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी द्वारा इस मुद्दे को विधानसभा में सशक्त और मजबूती से न उठाए जाने पर उनकी कड़ी आलोचना की। पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी का कहना है कि पूर्ववर्ती सरकार में शिक्षामंत्री रहते हुए उन्होंने कई प्रयासों के बाद एनसीसी ऐकेडमी देवप्रयाग माल्डा के लिए स्वीकृत कराई थी। इसके लिए बजट में तीन चरणों में 29,32,000 रूपये प्रस्तावित किया गया था। एकेडमी के लिए लोगों ने जमीन दान कर दी थी, उसके बावजूद मौजूदा भाजपा सरकार एनसीसी एकेडमी को देवप्रयाग से अन्यत्र ले गई,
सरकार के इस पक्षपातपूर्ण रवैये से क्षेत्रवासियों में खासा रोष व्याप्त है। क्षेत्र के लोग आंदोलित हैं। धरना स्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथाणी ने कहा कि 7 दिसंबर को वे क्षेत्र के लोगों के साथ इस संबंध में सुबह 9 बजे विधायक हास्टल में जाकर सभी विधायकों को इस संबंध ज्ञापन सौंपेंगे, इसके अलावा वे मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे। श्री नैथाणी ने ऐलान किया है कि यदि प्रदेश सरकार ने 16 दिसंबर तक एनसीसी एकेडमी देवप्रयाग से हटाए जाने संबंधी अपना फैसला वापस न लिया तो 17 दिसंबर से देवप्रयाग के हिंडोलाखाल से सरकार की अर्थी यात्रा शुरू की जाएगी।
यह अर्थी यात्रा देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर घुमाई जाएगी और 21 दिसंबर को राजधानी देहरादून में रिस्पना नदी में सरकार की अर्थी जलाई जाएगी। धरना स्थल पर आयोजित सभा को पूर्व सीएम हरीश रावत, विधायक मनोज रावत, कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी समेत अनेक लोगों ने संबोधित किया। धरना उपवास कार्यक्रम में आरपी रतूड़ी, जसवीर सिंह रावत, गरिमा दसौनी, विकास शर्मा, जबर सिंह पाॅवेल, आशाराम रतूड़ी, रामलाल नौटियाल समेत अनेक लोग शामिल हुए।
