निर्भया कांड की तर्ज पर रेप के बाद हत्या -8 साल से फांसी का इंतजार -उत्तराखंड की बच्ची के लिए सुप्रीम कोर्ट से न्याय की गुहार

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किरण नेगी रेप हत्याकांड- हत्यारों को 8 वर्ष में भी नहीं हुई फाँसी - उत्तराखंड एकता मंच द्वारा 11 दिसंबर को होगा कैंडिल मार्च


हरीश असवाल ब्यूरो चीफ दिल्ली मेरु रेबार

रेप के बाद हत्या के मामले में पुलिस की जांच में लापरवाही के चलते पीड़ित परिवार को 8 वर्षो के बाद भी न्याय नही मिल सका, जिसके बाद उत्तराखंडी समाज मे नाराजी देखी जा रही है।
उत्तराखंड एकता मंच ने संस्थाओ व सामाजिक व्यक्तियों से न्याय में सहयोग की अपील की है

11 दिसंबर बुधवार सायं 4 बजे सुप्रीम कोर्ट के बाहर से इंडिया गेट तक होगा कैंडिल मार्च निकाला जाएगा।
आपको बता दे की देश की बेटी मासूम किरण नेगी को 9 फरवरी 2012 को कुछ वहसी दरिंदों ने ,नजफगढ़ अपहृत कर लिया था। 4 दिन बाद इस बिटिया की क्षत-विक्षत देह हरियाणा के खेतों से मिली। इन दरिंदों ने हैवानियत की सारी सीमाएं पार कर दिया था उसके बाद हुआ हत्याकांड निर्भया से भी बदतर हालत में इस बिटिया की लाश मिली। इस घटना ने समाज के समस्त प्रबुद्ध व संवेदनशील लोगों को झकझोर कर दिया था।

पुलिस थाने में FIR लॉज करने के लिए भी समाज को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी क्योंकि ये आरोपी काफी दबंग व रसूख वाले लोग थे। फिर द्वारका कोर्ट ने इन तीनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई। उसके पश्चात दिल्ली हाई कोर्ट ने भी द्वारका कोर्ट की सजा को बरकरार रखा। अब आगामी 12 दिसंबर गुरुवार को सुप्रीमकोर्ट इन आरोपियों की सजा पर अंतिम सुनवाई करेगी जिसमें उत्तराखंड एकता मंच द्वारा बैठक हुई जिसमें 11 दिसंबर बुधवार शाम 4 बजे से कैंडल मार्च निकालने का फैसला किया है।

यह कैण्डल मार्च सुप्रीम कोर्ट से इंडिया गेट तक होगा। इस मार्च का मुख्य उद्देश्य माननीय सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाना है कि इस बिटिया को शीघ्रातिशीघ्र न्याय दें व इन दरिंदो की दया याचिका से प्रभावित न हों। इसके अलावा इस मार्च का प्रमुख उद्देश्य समाज को जागरूक व संवेनशील बनाने का प्रयास भी है। आप सभी जागरूक व संवेनशील साथियों से विनम्र निवेदन किया गया कि आप अपने इष्टमित्रों,संस्थाओं व परिवारजनों के साथ इस प्रदर्शन को सफल बनाने में समाज की बेटी किरण नेगी की आत्मा को न्याय मिल सके ,

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