पिथौरागढ़ विधानसभा उपचुनाव, इज्जत बचाने का मौका।

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देहरादून। पिथौरागढ़ विधानसभा सीट के उपचुनाव की घोषणा के साथ ही सियासी गरमाहट भी बढ़ गई। जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख की जंग में उलझी भाजपा और कांग्रेस को अब छह नंवबर से पहले पहले अपने प्रत्याशी भी तय करने होंगे।

गिरीश गैरोला

चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, तीस अक्तूबर को अधिसूचना जारी होगी। नामांकन के लिए केवल छह नवंबर तक का ही वक्त होगा। राज्य की सियासत के लिहाज से यह चुनाव भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। भाजपा निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में आशानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाई है। हालांकि इससे पहले हुए थराली विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की थी।  दूसरी तरफ, थराली उपचुनाव, लोकसभा चुनाव में बुरी तरह से हारी कांग्रेस के लिए यह उपचुनाव खुद को साबित करने का मौका दे रहा है। नगर निकाय और पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने अपेक्षाकृत ठीक-ठाक प्रदर्शन किया है। मगर, विधानसभा और लोकसभा चुनाव में वो पटखनी खाती आई है।

पिथौरागढ़ सीट के प्रत्याशी के लिए भाजपा की प्राथमिकता में पूर्व वित्त मंत्री प्रकाश पंत का परिवार ही है। पंत के निधन से यह सीट खाली हुई है। पंत की पत्नी चित्रा पंत और उनके भाई भूपेश पंत का नाम भी चर्चा में है। हालांकि पंत की पत्नी चित्रा पंत चुनाव से अनिच्छा जता चुकी हैं। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख डॉ. देवेंद्र भसीन का कहना है भाजपा चुनाव के लिए तैयार है। प्रत्याशी के नाम पर हाईकमान ही अंतिम निर्णय लेगा। संगठन स्तर पर भाजपा की पूरी तैयारी है। उपचुनाव के लिए कांग्रेस से पूर्व विधायक मयूख महर कुछ समय पूर्व चुनाव लड़ने से अनिच्छा जाहिर कर चुके हैं। मगर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष समेत एक बड़ा वर्ग उनके पक्ष में है।

हालांकि मुख्य प्रदेश प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। अपनी इच्छा से वो प्रदेश नेतृत्व को अवगत करा चुके हैं। उनकी पत्नी रुक्मणी जोशी ने जिला पंचायत सदस्य चुनाव बड़े अंतर से जीता है। इधर, प्रीतम का कहना है कि जल्द ही प्रत्याशी तय कर दिया जाएगा।——————————————————————

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