प्रधान की हत्या दस लाख की सुपारी देकर कराई गई, दो शूटर समेत तीन आरोपी गिरफ्तार

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रुड़की। कोर्ट के बाहर नगला कुबड़ा गांव के प्रधान की हत्या दस लाख की सुपारी देकर कराई गई थी। पुलिस ने दो शूटर समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल और बाइक बरामद की है। यह हत्या आबिद ने अपने भाई फारुख की हत्या का बदला लेने को कराई थी। दोनों परिवारों के बीच कई वर्षों से रंजिश चल रही थी। साजिश में आबिद, उसका भाई और जीजा भी शामिल था।

गिरीश गैरोला

बुधवार को गंगनहर कोतवाली में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने मामले का पर्दाफाश किया। बताया कि 20 दिसंबर को नगला कुबड़ा के ग्राम प्रधान कमर आलम की बाइक सवार बदमाशों ने शहर के रामनगर स्थित कोर्ट के बाहर गोली मारकर हत्या की थी। मृतक के परिजनों ने कमेलपुर निवासी आबिद समेत पांच लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। वर्ष 2010 में ग्राम प्रधान के भाई मुजम्मिल की हत्या कमेलपुर के आबिद ने की थी। ग्राम प्रधान ने इसका बदला 2012 में आबिद के भाई फारुख की हत्या कर लिया था। पुलिस इसी बिंदु पर जांच कर रही थी। पुलिस ने शनिवार को हिमाचल से आबिद के छोटे भाई आसिक के साले शारिब को गिरफ्तार किया था। आरोपित से पूछताछ के बाद गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह, एसएसआइ देवराज शर्मा, एसओजी रविंद्र कुमार ने मंगलवार को थाना भवन में दबिश देकर ग्राम प्रधान के शूटर नईम, उसके भाई सलमान निवासी किदवईनगर खालापार मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार कर लिया, जबकि इनका भाई वसीम फरार हो गया। एसपी देहात ने बताया कि नईम ने पूछताछ में बताया कि उसने ही ग्राम प्रधान पर गोली चलाई थी। उसके साथ बाइक पर दिलशाद निवासी मदीना कॉलोनी मुजफ्फरनगर, हाल निवासी रामपुर चुंगी रुड़की था। इसके बाद पुलिस ने दिलशाद को भी रामपुर चुंगी स्थित उसके कमरे से गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद की।एसपी देहात ने बताया कि आबिद ने अपने भाई आसिक और देवबंद निवासी बहनोई मुनीर के साथ हत्या की साजिश देवबंद में रची थी। सलमान भी इस योजना में शामिल था। शूटर नईम के भाई वसीम को आबिद और उसके बहनोई मुनीर ने 10 लाख की सुपारी दी थी। दिल्ली में एक लाख की एडवांस रकम आबिद के भाई आसिक ने दी थी। एसपी देहात ने बताया कि आबिद को भी शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।

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