देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को चमोली जिले के दौरे पर थे। चमोली के सेवाई में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने निर्माणाधीन ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया और वहां काम कर रहे विभागीयों अधिकारियों से बात की।
इस दौरान सीएम धामी ने रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों से रेलवे स्टेशन पर किए जा रहे कार्यों, अवस्थापना सुविधाओं और परियोजना की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने परियोजना में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे श्रमिकों से मुलाकात कर उनकी भी कुशलक्षेम जानी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में अब पहाड़ों तक रेल पहुंचने का सपना पूरा हो रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की सौगात के माध्यम से प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के प्रति उनका विशेष प्रेम और विकसित भारत की सोच को दर्शाया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह रेल लाइन उत्तराखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री ने देवभूमि की जनता की ओर से प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अवस्थापना विकास के क्षेत्र में प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड राज्य को अनेक सौगातें दी हैं, जिसमें ऑल वेदर रोड, हवाई कनेक्टिविटी और रेल लाइनों के निर्माण से उत्तराखंड में आवागमन के साथ सभी प्रकार की सुविधाएं शामिल हैं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन बनने के बाद उत्तराखंड के चारों धाम रेल कनेक्टिविटी से जुड़ जाएंगे। रेल परियोजना के अधिकारियों ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की लंबाई 125 किलोमीटर है। इसमें 16 टनल और 12 स्टेशन बन रहे हैं। आगामी साल 2026 दिसंबर तक इस परियोजना का अधिकांश कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। कर्णप्रयाग का रेलवे स्टेशन सेवाई में बन रहा है। गौचर के भट्टनगर से सेवाई तक 6.3 किलोमीटर स्केप टनल विगत 25 दिसंबर को ब्रेक थ्रू हो चुकी है, जबकि 6.2 किलोमीटर मेन टनल आगामी मार्च में ब्रेक थ्रू हो जाएगी। मेन टनल पर अब मात्र 695 मीटर का काम शेष है, जिस पर दोनों ओर से काम चल रहा है। रेल परियोजना के अधिकारियों ने बताया कि सेवाई में परियोजना के तहत एक रोड ब्रिज और एक रेल ब्रिज का कार्य भी प्रगति पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद प्रदेशवासियों को न केवल यातायात सुविधा मिलेगी, बल्कि बदरीनाथ और केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को भी इसका भरपूर लाभ मिलेगा। यात्रियों को शीतकालीन यात्रा में भी सहूलियत मिलेगी। यह रेल परियोजना वर्तमान के साथ भविष्य को भी सुधारेगी और राज्य के लिए मील का पत्थर साबित होगी।