प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा को लेकर बड़ा कदम उठाया है। चारधाम यात्रा पर सीमित पंजीकरण के बावजूद जो यात्री धामों के दर्शन के लिए नहीं पहुँच रहा, उनकी जगह पर अब और यात्रियों को धाम जाने की अनुमति देने का फैसला लिया गया है। प्रदेश सरकार के धर्मस्व विभाग ने शनिवार को ये फैसला लिया। दरअसल प्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट के निर्देश पर चारधाम मे सीमित संख्या मे यात्रियों के जाने की अनुमति दी है जो एसओपी में पंजीकरण कराकर धामों के दर्शन को जा रहे हैं।
कुछ यात्री ऐसे भी हैं जो पंजीकरण तो करवा रहे हैं लेकिन चारधाम यात्रा पर नहीं पहुँच रहे।
धामों मे सीमित संख्या पूरी न होने से लाइन में खड़े अन्य यात्रियों को धामों के दर्शन का मौका नहीं मिल पा रहा। ऐसे में सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए वैटिंग वाले यात्रियों को धामों मे जाने की हरी झंडी दी है। जिससे यात्रियों के साथ से इससे जुड़े कारोबारियों मे खुशी की लहर है। आपको बता दें की सरकार ने बदरीनाथ धाम के लिए 1000, केदारनाथ के लिए 800, गंगोत्री के लिए 600 और यमुनोत्री धाम के लिए 400 प्रतिदिन की सीमित संख्या निर्धारित की है। आयुक्त गढ़वाल/मुख्य कार्यकारी अधिकारी चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड , जिलाधिकारी चमोली, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी को इस आदेश पर तत्काल अमल किये जाने के निर्देश हैं। साथ ही तीनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भी अनुपालन हेतु आदेश भेजे गये हैं।