उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के पास जाने माने स्कूल एमडीएस के पास स्कूल खुलते और बंद होते समय लगने वाला जाम किसी दिन कोई बड़ा हादसे के रूप में सामने आ सकता है किंतु कोई भी बड़ी घटना होने से पहले सरकार और प्रशासन को नींद ने जागने की बुरी बीमारी हमारे लिए अभिशाप बन सकती है।
गिरीश गैरोला
आपदा कब किस रूप में आएगी ये कहा नही जा सकता हाँ इससे सचेत होकर बचा जा सकता है खासकर मानवीय गलतियों को कम कर इसके प्रभाव को रोका जा सकता है।आपदा प्रबंधन में भी यही मंत्र दिया जाता है फिर भी दैनिक जीवन मे हम कई बार छोटी छोटी गलतियों को इग्नोर कर देते है जो किस बड़े हादसे के रुप में सामने आती है फिर सुरु होता है प्रशासन का अलर्ट होने का नाटक जो एक सप्ताह बाद फिर ठंडा हो जाता है।उत्तरकाशी केदारनाथ बाय पास सड़क पर एमडीएस स्कूल के पास तंग सड़क पर भी यही गलतियां बार बार इग्नोर कर रहे है या क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार किया जा रहा है।
टिहरी जिले के जाखणीधार ब्लॉक में 10 स्कूली बच्चों की मौत के बाद स्कूलों की बसों के चेकिंग अभियान एक सप्ताह तक चलता रहा पर क्या हादसे से पूर्व कभी कोई जागरूकता अभियान चलेगा।एमडीएस स्कूल में जिले के सभी बड़े व्यापारी अधिकारोयो के बच्चे पढ़ते है। स्कूल खुलते समय और छुट्टी के समय यहाँ जाम लगता है आड़े तिरछे वाहनों के बीच कोई भी निकल।नही सकता ऐसे में स्कूली छात्र तो परेशान होते ही है अन्य यात्री भी बेवजह परेशान होते है।काश यहाँ भी कुछ कार्यवाही दिखती कुछ बफल होने से पहले।