लक्ष्मी कृपा चाहिए तो 6% के लड्डू विधायक को चढ़ाये । ये कोई घटिया विज्ञापन नही है बल्कि कांग्रेश पार्टी के नेताओ का बीजेपी सरकार पर बड़ा आरोप है।
गिरीश गैरोला
कांग्रेश पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने बड़ा खुलासा करते हुए जीरो टॉलरेंस की सरकार पर आरोप लगाया कि उसने ठेकेदारी के धंदे में अधिकारियों के बाद अब 6 प्रतिशत कमीशन स्थानीय विधायक को देने की नई परंपरा की सुरवात कर दी है । उन्होंने कहा कि ऊपर तक जाने वाली इस कमाई में विधायक को कमीशन का प्रथम पूज्य बनाया गया है इस पूजा के बगैर ऊपर के अन्य बड़े देवता प्रशन्न नही होते है।
ठेकेदारी में विधायकों को 6 प्रतिशत कमीशन अग्रिम – किशोर
14 विधान सभाओं वाली टिहरी लोक सभा में कांग्रेश पार्टी की तरफ से दावेदारी कर रहे टिहरी के पूर्व विधायक किशोर उपाध्याय ने उत्तरकाशी में पत्रकार वार्ता में एक बड़ा खुलासा किया है।
उनहोने आरोप लगाया कि निर्माण कार्य आबंटन दे पूर्व 6% अग्रिम कमीशन स्थानीय बिधायक द्वारा लिया जा रहा है । उन्होंने स्वीकार किया कि भ्रस्टाचार के दौर में उन्होंने भी अधिकारियों द्वारा कमीशन लिए जाने की बात तो सुनी थी किन्तु आधुनिक दौर में विधायक भी कमीशन में शामिल हो गए है और वो भी प्रथम पूज्य गणेश की तर्ज पर। किशोर ने स्थानीय ठेकेदारों के साथ विपक्ष में बैठी खुद की पार्टी द्वारा भी उक्त मामले को नही उठाये जाने पर हैरानी जताई।
उन्होंने कहा कि जीरो टॉलरेंस की सरकार से जनता के हितों की अपेक्षा करना बेमानी है खास कर जो अपने ही लोगो के हित साधने में जुटी है।
ठेकेदारी में लंबे समय से चले आ रहे कमीशन की न्यूनतम धनराशि को समाज के एक वर्ग ने सामान्य तौर पर स्वीकार कर ही लिया है और इसके लिए उन्होंने अपनी मौन स्वीकृति भी दे दी है । किशोर उपाध्याय भी पार्टी की आपसी कलह के चलते लंबे समय से विधायकी से बाहर है , सवाल ये भी है कि क्या उनकी विधान सभा मे ऐसा नही चल रहा था या नही चल रहा है या उनकी जानकारी में केवल गंगोत्री विधान सभा के तथ्य ही सामने आए है। ये भी हो सकता है कि अचानक कमीशन के रेट में बृद्धि होने से ऐसी बात सामने आ रही हो। महंगाई में थोडा भी बढ़त पर हो हल्ला करने वाले राजनैतिक दल कमीशन की इस बढ़ी हुई दर पर कैसे चुपचाप समायोजन कर लेते है।
इस दौरान गंगोत्री के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने और खुलासा करते हुए बताया कि पीएमजीएसवाय और सिंचाई विभाग में स्थानीय विधायक के द्वारा पर्ची दी जा रही है और गणेश पूजा के बाद ठेको का बंटवारा हो रहा है।
जब गंगोत्री के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने पूछा गया कि किशोर द्वारा बढ़ी हुई कमीशन दर पर उठाये गए सवाल पर जानकारी होने पर भी आपके द्वारा चुप्पी क्यों साधी गयी विरोध क्यों नही किया गया इस पर तो वे कुछ नही बोले पर इतना जरूर कहा आपदा के इतना बड़ा बजट आने के बाद भी उन्होंने अपनी सरकार के दौरान सामान्य रहते हुए ईमानदारी से उसे विकास कार्यो पर खर्च करवाया। सजवाण ने बताया कि अधिकारियों के कमीशन के बाद 6 %से पहले बिधायक पूजा करने की नई परंपरा जीरो टॉलरेंस सरकार ने सुरु की है। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएमजीएसवाय हो या सिंचाई विभाग सभी मे विधायक की पर्ची के आधार पर ठेकेदारी काम का आबंटन हो रहा है। उन्होंने कहा कि विकास पुरुष के द्वारा दिये गए ठेके में कौन कौन सम्मानित और बुद्धिजीवी सामिल है और किन किन ठेकेदारों का अब तक विकास हुआ इसका खुलासा वे समय आने पर जरूर करेंगे। हालांकि लोक सभा चुनाव से बेहतर अब आगे कौन सा समय आएगा ये हमे भी नहीं मालूम।
कांग्रेश पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने आगे बताया कि 6% सुविधा शुल्क टेंडर खुलने के तौर पर विधायक का नजराना है इसके बाद रनिंग और विभागय पेमेंट्स के समय 8% कमीशन अलग से है। उन्होंने कहा कि कमीशन लेते समय ठेकेदार को ये बात बताई जाती है कि ये कमीशन ऊपर तक जाता है, अब ऊपर या तो भगवान है कि मुख्यमंत्री अथवा प्रधान मंत्री ये जांच का विषय है।
इस मुद्दे का सबसे सरल समाधान राजनैतिक दलों द्वारा इस रूप में तलाश लिया गया है कि ठेकेदारी में एक पार्टनर पक्ष से और दूसरा विपक्ष से जिसकी भी सरकार बनी उसका ही विधायक की प्रथम पूजा से सारे बिघ्न दूर हो जाते है। बाकी छोटे मोटे विघ्नकारी तो अंजुली में अभिमंत्रित जल के छींटे से ही दूर हो जाते है।
बात गंगोत्री विधान सभा मे हुईं तो विधायक गंगोत्री गोपाल रावत से उनका पक्ष जाननेकी कोशिस की किन्तु दूरभाष पर भी उनसे संपर्क नही हो सका।