सुबोध का किसान बोध
लॉक डाउन के चलते उपजा संकट सबसे अधिक किसानों के सर पर फट रहा है। मेडिकल इमरजेंसी के दौरान जब सब कुछ लौक है इंसान भी घरों में कैद है तब देश वासियों के पेट भरने की जिम्मेदारी किसानों के ऊपर है। ऐसे में उत्तराखंड के कृषि मंत्री को भी किसानों का बोध हुआ और उन्होंने तत्काल विभागीय बैठक कर किसानों के हित में कुछ निर्णय लिए हैं।
गिरीश गैरोला देहरादून
लॉक डाउन के दुसरे चरण में किसानों को बाहर रखा गया है। बैरियर पर खड़ी पुलिस को किसान बही अथवा किसान क्रेडिट कार्ड को बतौर पास की तरह दिखाकर आगे बढ़ सकती है।.
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए…. मंत्री ने बताया कि कृषि निवेश के रूप में बीज खरीद में अभीतक 50 फीसद सबसीडी दी जाती थी… उसको बढ़ाकर 75 फीसद कर दिया है.. उन्होंने कहा कि तराई बीज को सरकार ने बीज की खरीद को बढ़ाया था… जिसको अब निरस्त कर उसी पहले वाले दाम पर बेचा जाएगा…
ने कहा उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जहां दूसरे वर्ष की पहली किस्त यानी इस वित्तीय वर्ष की पहली किस्त जारी की जा चुकी है
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भी चाहते हैं कि देश में ऑर्गेनिक फसलों का उत्पादन हो जिसके लिए उत्तराखंड के 10 ब्लॉकों को ऑर्गेनिक ब्लॉक घोषित किया गया था यह तय किया गया है कि जो संस्थाएं इन्हें केमिकल फर्टिलाइजर सप्लाई कर रही थी वहीं इन्हें ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर सप्लाई करेंगे, न्याय पंचायत पर स्थित कृषि निवेश केंद्र हर वक्त किसानों की मदद के लिए तैयार रहेंगे
– सुबोध उनियाल, कृषिमंत्री