सेम नागराज मंदिर उत्तराखंड का इतिहास

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यमुना में बालक श्रीकृष्ण की गेंद गिरने, कालिया नाग के मर्दन से लेकर उत्तराखंड के रामोल गढ़ में श्रीकृष्ण के आने की की पूरी कहानी का विडीओ चित्रण मेरु रैबार ने किया है। आप देखोगे तो बस देखते ही रह जाओगे ।

गिरीश गैरोला

उत्तराखंड में  सेम नागराज का मंदिर टिहरी जिले की रामोली में ऊंची पहाड़ी पर है। यमुना नदी से भगवान श्री कृष्ण ने कालिया नाग को उत्तराखंड में बसने का हुक्म दिया था,  साथ ही वचन दिया कि वे उससे मिलने एक बार जरूर उत्तराखंड  आएंगे। मंदिर के रावल लक्ष्मी प्रसाद सेमवाल ने बताया कि श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम भी शेष नाग के रूप में यहाँ विराजमान है। उत्तराखंड में नागराज इष्ट देवता के रूप में पूजे जाते है इसके अलावा जन्म पत्री में काल सर्प योग का निवारण देश मे दो ही स्थान पर होता है एक नासिक में और दूसरा उत्तराखंड के सेम नागराज मंदिर में।

https://youtu.be/nVEnNoQeslo

भगवान को रामोली का रमणीक इलाका कब और कैसे पसंद आया और गंगू ने किस तरह उनका तिरस्कार कर आपदाएं झेली और फिर मंदिर निर्माण कर प्रभु की कृपा पाई इसका सुंदर वीडियो चित्रण मेरु रैबार ने  किया है जिसमे संवेदना समूह का  मंचन भी साभार दिखाया गया है। इस कृति को देखकर घर बैठे नागराज के दर्शन के कृपा पात्र बने और लाइक , कॉमेंट और शेयर जरूर करे।
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