22 अप्रैल, सुभाष पिमोली चमोली
भूवैकुंठ बद्रीनाथ धाम की यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार के आला अधिकारियों के साथ देश के अंतिम गांव माणा तक यात्रामार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर कपाट खुलने से पूर्व सभी व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस वर्ष भगवान श्री बद्रीनाथ मंदिर के कपाट 10 मई को ब्रह्म मुहुर्त में सुबह 4 बजकर 15 मिनट पर श्रद्वालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
जिलाधिकारी ने यात्रा शुरू होने से पूर्व सड़क मार्ग को दुरूस्थ करने, मार्ग में पेयजल, विद्युत, शौचायल, पुर्ननिर्माण कार्य सहित अन्य व्यवस्थाओं को 30 अप्रैल तक सुनिश्चित करने के निर्देश संबधित अधिकारियों को दिए। कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि बद्रीनाथ की यात्रा पर आने वाला हर यात्री यहाॅ से एक अच्छा संदेश लेकर जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को यात्रा व्यवस्थाओं से जुड़े कार्यो को गम्भीरता से लेते हुए समय सभी कार्यो को पूरा करने के निर्देश दिए। कहा कि इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।
यात्रामार्ग के निरीक्षण के दौरान क्षेत्रपाल, विरही, पाताल गंगा, पीपलकोटी, पाखी, पागलनाला, लामबगढ आदि दुर्घटना संभावित स्थलों पर सड़क किनारे क्रैश बैरियर, पैराफीट, डेलमिनेटर लगाने, सड़क से पानी की निकासी हेतु काॅजवे निर्माण के निर्देश एनएचआईडीसीएल, लोनिवि तथा बीआरओ को दिए। उन्होंने एनएच को 30 अप्रैल तक सड़क कटिंग मलवे का पूरी तरह से निस्तारण करने, मार्ग को सुचारू रखने हेतु संवदेनशील स्थलों पर जेसीबी तैनात रखने, जेसीबी आॅपरेटर के फोन नम्बर अपडेट कराने तथा यात्रियों की सुविधा के लिए साइनेज लगाने के निर्देश दिए। लामबगड में वैकल्पिक पैदल मार्ग को दुरूस्थ करने, सड़क के दोनो ओर यात्रियों के लिए शेड बनाने के निर्देश दिए, ताकि मार्ग अवरूद्व होने पर यात्रियों को असुविधा न हो। बरसात के दौरान लामबगड में यात्रा बाधित न हो इसके लिए पर्याप्त जेसीबी, एक्सावेटर मशीन व मैनपाॅवर की तैनाती रखने को कहा। राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय मायापुर का निरीक्षण करते हुए डीएम ने अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं दुरूस्थ करने के निर्देश सीएमओ को दिए। यात्रामार्ग पर सड़क किनारे रखी भवन निर्माण सामग्री पाये जाने पर तत्काल चालान करने के निर्देश दिए।
बद्रीनाथ धाम में इस वर्ष भारी बर्फवारी से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों एवं यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते करते हुए जिलाधिकारी ने नगर पंचायत, जिला पंचायत तथा ब्लाक को अपनी अपनी क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों को शीघ्र ठीक कराने के निर्देश दिए। नमामि गंगे के तहत बद्रीनाथ धाम में निर्माणाधीन सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य हर हाल में 05 मई तक पूरा कराने तथा गन्दे पानी को ट्रीटमेंट के बाद ही नदी में छोड़ने के निर्देश दिए।
बद्रीनाथ में विद्युत लाइन को अंडरग्राउंड विछाने के लिए की जा रही खुदाई के कार्य को तत्काल रोकने, झूलते विद्युत तारों को शीघ्र ठीक कराने तथा आतंरिक मार्गो को सीसी मार्ग बनाने के निर्देश दिए। जल संस्थान को बद्रीनाथ धाम सहित पूरे यात्रामार्ग पर क्षतिग्रस्त पेयजल लाईनों को ठीक करते हुए पेयजल व्यवस्था को शीघ्र सुचारू करने के निर्देश दिए। धाम में साफ-सफाई, पार्किग स्थलों पर शुल्क एवं अन्य जानकारियों के लिए साइनेज लगाने के निर्देश नगर पंचायत को दिए। बद्रीनाथ धाम में क्षतिग्रस्त तप्तकुंड को भी शीघ्र ठीक कराने के निर्देश नगर पंचायत को दिए।
सरस बाजार भवन का निरीक्षण करते हुए टूट फूट को ठीक कराने तथा यात्रा सीजन के दौरान सामानों के अच्छे काउंटर लगाने के निर्देश बीडीओ को दिए। सिंचाई, लोनिवि तथा नगर पंचायत को विभागीय बजट से अपने-अपने गेस्ट हाॅउसों को यात्रा से पूर्व पूरी तरह से सुसज्जित करने को कहा। नगर पंचात को शौचालयों की मरम्मत कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। यात्रा के दौरान वाहनों की पार्किग एवं संचार व्यवस्था सुनिश्चत करने के निर्देश संबधित अधिकारियों को दिए।
बद्रीनाथ धाम में अवैध अतिक्रमण को तत्काल हटाने, श्रृद्धालुओं के प्रवेश एवं निकासी के लिए अलग से व्यवस्था कराने तथा 30 अप्रैल तक धाम की रैकीकर सभी यात्रा व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश एसडीएम को दिए। भारत के अतिम गांव माणा का स्थलीय निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने माणा में हुए अवैध अतिक्रमण को भी तत्काल हटाने के निर्देश एसडीएम को दिए है। कहा कि शुरू से ही अवैध अतिक्रमण न हो इसकी पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करें।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक यशंवत सिंह चैहान, मुख्य विकास अधिकारी हसांदत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया, एसडीएम बुशरा अंसारी, एसडीएम वैभव गुप्ता, सीओ मिथलेस कुमार आदि सहित एनएच, लोनिवि, बीआरओ, नगर पंचायत, विद्युत, पेयजल, खाद्यान्न, पर्यटन आदि विभागीय अधिकारी मौजूद थे।