जय माँ गंगा जय माँ यमुना – लोग पुण्य कमाने के लिये गंगा नहाने जाते है , हमारी मिशन 100 करोड़ की टीम ने यमुना माँ को साफ करके पुण्य कमाने का अभियान सुरु किया है, नदी के पास में पीपल, बरगद, के पेड़ लगाये जिससे यमुना नदी के किनारों वालों को उसकी छाँव मिले,और हम गंगा तो बहुत नहाये थे आज यमुना माँ को छूकर एक ममता मई माँ का एहसास मिला,और बुरा लगा की लोग उसके अंदर दुनिया की सारी गंदगी उसके अंदर डाल रहे थे,हमें सफाई में बहुत गंदी चीजे मिली जो हम बता नहीं सकते की लोग नदियों को माँ कहने वाले, सुबह गाड़ी लेकर आते और गाड़ी रोककर पूजा का समान उसमें डालते है।
100 करोड़ मिशन के आपक राजीव कुमार ने दिल्ली में यमुना नदी के किनारे हर व्यक्ति एक पेड़ लगाएं और इस तरह से 100 करोड़ का मिशन पूरा हो ताकि यमुना अपने पूर्व स्वरूप में आकर सबको अमृत दे सके ऐसा संकल्प वहां मौजूद लोगों से लिया। बताते चलें कि राजीव कुमार वर्ष 2016 से यमुना के प्रतीक इस अभियान को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं
अंकित तिवारी
इंसान से समझदार तो जीव है जो नदी में इन्हें गंदगी को खाकर नदी साफ करते है,यमुना नदी को हर महीने के अंत रविवार को सुबह नदी सफाई और फिर माँ यमुना की आरती होती है, पर जितनी गंदगी है हमें रोज वहाँ सफाई करनी पड़ेगी तो आप लोग छोटा छोटा ग्रूप बनाकर हर रविवार जाकर सफाई करके पेड़ लगा सकते हैं जिससे सरकार तक बात पहुँचे और जल्द यमुना माँ को खुशी से साफ उछलते देख सकें लिखना तो बहुत है पर बहुत ज्यादा लिख दूँगा यमुना नदी पर पर बस आप निरंतर अपनी नदियों को साफ रखिये और एक रविवार माँ यमुना के कीजिये।