उत्तरकाशी के छात्र को फंसाने की साज़िश – कट्टर इस्लामिक आतंकी संगठन की तरफ से isis में सामिल करने का फोन पर षड्यंत्र

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कट्टर इस्लामिक आतंकी संगठन ISIS की तरफ से फोन पर उनके साथ सामिल होने की खबर मिलने के बाद से परिवार के साथ छात्र की भी चिंता बढ़ गई है। मामला रुड़की का है जहां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने गए उत्तरकाशी के छात्र को फोन पर आतंकी गुट ज्वाइन करने के लिए पूछा गया। सीमांत उत्तरकाशी में किसी तरह मेहनत कर अपने बच्चे की फीस का खर्च उठाने वाले माता पिता यह सब सोच कर ही सिहर जाते है कि उनके जैसे सैकड़ों हजारों बेरोजगार शिक्षित बेरोजगार नौजवानों को आतंकी संगठन गुमराह करनेे का काम तो नहीं कर रहे हैं।


गिरीश गैरोला

5 फरवरी रात करीब 8 बजे उत्तरकाशी जोशियाड़ा के एक छात्र को रुड़की में एक अजीब से नम्बर से फोन आया जिसमें उससे पूछा गया कि क्या वह ISIS में सामिल होना चाहता है?
जिस संगठन में सामिल होने के लिए पूछा गया वो कट्टर इस्लामिक आतंकी संगठन है। खैर नहीं में जवाब देने के बाद फिर कॉलर का फोन आता है और फिर से वही सवाल दोहराया जाता है।
अनुराग ने अपने माता पिता को फोन पर बताया तो वे डर गए, पढ़ा लिखा कर बच्चों को एग्जाम की के लिए रुड़की भेजा है इस उम्मीद पर कि वो अपने पैरो पर खड़ा होगा और देश का जिम्मेदार नागरिक बनेगा।
अब समाचार पत्रो और टीवी चैनल पर आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल और उसमे स्थानीय लोगो को लालच देकर भर्ती करने के किस्से खूब सुने जाते है, ऐसे में माता पिता की चिंता लाजमी है, ऐसे कई बच्चे होंगे जिन्हें उनके माता पिता पढ़ाई के लिए बड़े शहर भेजते है और वे इसी तरह गुमराह हो जाते होंगे, चिंता तो होती ही है।


अगर ये मजाक भी था तो बड़ा गंदा मजाक था, राष्ट्र हित सर्वोपरि है, और इस तरह आतंकी संगठन से जुड़ने की बात मजाक मे भी करना देश द्रोह से कम नहीं है ये देश के नागरिकों को समझना होगा।


पीड़ित छात्र मेरा भी रिश्ते में भतीजा होता है , तो जानकारी मिलने के बाद मैंने उसे 100 नम्बर पर डायल कर पुलिस को जानकारी देने कि बात कही, दूरभाष पर पुलिस की तरफ से उसे पुलिस चौकी अथवा थाने में जाकर रिपोर्ट लिखने की सलाह दी गई, जबकि ये मामला जानने के बाद गुप्तचर विभाग को तत्काल सतर्क किया जाना चाहिए था।
इसके बाद हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को फोन पर मेरे द्वारा जानकारी दी गई।
उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को इसमें लगाया, फिर भी दो दिन बीतने के बाद भी मामले का खुलासा नहीं हुआ । आखिर कौन लोग थे जिन्होंने फोन किया था और उनका क्या उद्देश्य था?
गंग नहर थाने के उप निरीक्षक नितेश शर्मा ने बताया कि कुछ वेबसाइट आजकल गेट वे उपलब्ध करा रही है जिसके जरिए किसी भी फोन पर वर्चुअल काल कि जा सकती है, कंपनी से डिटेल मांगे गए है जिसमें समय लगेगा।

इस ख़बर को लिखने का उद्देश्य पुलिस और गुप्तचर विभाग की सक्रियता बढ़ाने के साथ आम लोगों में इस बात के लिए जागरूकता फैलाना भी है, कि उनके साथ भी ऐसा हो तो क्या करना चाहिए, और वेब साइट जो इस तरह की सुविधा दे रही है उनका दुरप्रयोग करने से कैसे बचे। साथ ही नौकरी के इंतजार में लंबे समय से खाली बैठे बेरोजगार युवकों पर आतंकवादी संगठनों की नजर तो नहीं है ?

खबर का संज्ञान लेते हुए गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत ने हरिद्वार एसएसपी सेंथिल अबुदई से दूरभाष पर वार्ता कर उक्त प्रकरण पर गंभीरता से जांच कर कार्यवाही करने को कहा है। उन्होंने उत्तरकाशी में रह रहे पीड़ित के परिवार जनों को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही कॉल डिटेल से आरोपी का नाम सार्वजनिक किया जाएगा।

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