हरिद्वार। हरिद्वार वन प्रभाग की श्यामपुर रेंज में बैकडेट में 13 वन मोटर मार्गों की मरम्मत कार्यों के अनुबंध कर 22 लाख रुपये की गड़बड़ी का मामला सामने आया है। खास बात यह भी है कि ठेकेदारों से लाखों रुपयों के मरम्मत कार्यों का अनुबंध करने के बाद कोटेशन प्राप्त की गई है। सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के तहत मांगे गए अभिलेखों से इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है।
हरिद्वार वन प्रभाग की श्यामपुर रेंज में रेंजर ने 11 जनवरी 2022 को चार्ज संभाला था। लेकिन रेंजर की ओर से 20 दिसंबर 2021 को बैकडेट में करीब 22 लाख के 13 वन मोटर मार्गों के मरम्मत कार्यों का अनुबंध ठेकेदारों से कर लिया गया। 22 लाख के इन वन मोटर मार्ग मरम्मत कार्यों के अनुबंध करने के बाद कोटेशन भी ठेकेदारों से प्राप्त की गई है। कई निर्माण कार्यों के लिए तो एक ठेकेदार की ओर से कई कोटेशन ली गई है। इन 13 वन मोटर मार्ग के अनुबंध में 2017 और 2020 के स्टाम्प लगाए गए है। कोटेशन में भी गड़बड़ी सामने आई है। मरम्मत कार्यों के अनुबंध के लिए दी गई कोटेशन में भी अलग-अलग नाम दर्शाए गए। कार्य योजना के अनुसार श्यामपुर रेंज में वन मोटर मार्गाे की लंबाई को भी अधिक दिखाकर सरकारी धन को ठिकाने लगाने का कार्य किया गया है। वहीं श्यामपुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी यशपाल सिंह का कहना है कि उनके द्वारा वन मोटर मार्ग के निर्माण कार्यों का जो अनुबंध किए गए हैं, उनकी प्रक्रिया पहले से ही गतिमान थी। उसी के आधार पर उन्होंने अनुबंध कर नियमानुसार वन मोटर मार्ग मरम्मत के कार्य कराए हैं। जिन वन मोटर मार्गों के मरम्मत कार्यों का बैकडेट में अनुबंध किया गया है उनमें श्यामपुर रेंज में मीठीबेरी कक्ष संख्या-एक की सीमा से मीठीबेरी एंटीपोचिंग तक, पीली चौकी से पीली कक्ष संख्या-तीन की सीमा तक, अंजनी चौड़ से अंजनी कक्ष संख्या-एक तक, वनगुर्जर गुलाम के डेरे से चंडी कक्ष संख्या-छह सिद्धसोत एंटीपोचिंग तक शामिल है।