चमोली
भाई साहब नही लगेगा का तमगा पहनने के बाद पहले पब्लिक परेशान हुई जब उसने स्विच किया तो कंपनी ने घाटे से उबरने के लिए छोटे कर्मचारियों पर गाज गिरा दी। 10 महीने से वेतन का इंतजार कर रहे कर्मचारियों को दीवाली के तोहफे के रूप में नौकरी समाप्ति के नोटिस भेज दिया गया। अपनी जिंदगी के महत्वपूर्ण 15 से 25 वर्ष बीएसएनएल को देने के बाद उन्हें घर वापसी का रास्ता दिखाया गया है।
गंभीर बिष्ट चमोली।
Bsnl के केजुअल व कॉन्ट्रेक्टर कर्मियों ने जिला मुख्यालय गोपेस्वर के bsnl कार्यालय के सामने अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का कहना है कि 10 महीने से उन्हें वेतन नही मिला, जिस कारण उनकी आर्थिकी पर असर पड़ रहा है। उनका कहना है कि दीपावली में दिये में तेल डालने के पैसे भी नही थे तो दीपावली मानते कैसे। आज हालत ऐसी हो गयी कि स्कूल में बच्चों की फीस के लिये भी पैसे नही रह गये।
जब हमने अपनी समस्या उच्च अधिकारियों को दी तो उनका कहना था कि जब बजट आ जायेगा तो आपको तनख्वा मिल जाएगी। 10 महीने से कर्मचारी नीना तनख्वा के काम कर रहे हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नही है।
आखिर एक ऑफिसियल पत्र आता है, जो सभी को चौका देता है, जिसमे यह लिखा होता है कि सभी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया जाता है, जो पत्र आया है उसमें साफ साफ लिखा है कि 30 नवम्बर 2019 तक ही कम्पनी का कॉन्ट्रेक्ट था जो समाप्त हो गया है।
अब हालात ये बन गए कि इस कॉन्ट्रेक्ट बेस पर कर्मचारियों को 10 से 25 साल हो गए थे, कॉन्ट्रेक्ट समाप्त होने के बाद ये सभी कर्मचारी सड़क पर आ गए हैं, जिन्हें रोजी रोटी के लिए दर दर भटक के को मजबूर कर दिया है।
कर्मचारियों का कहना है कि अगर उन्हें हटाया जाता है तो वे आंदोलन करने को मजबूर हो जायेगे। चमोली में कॉन्ट्रेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या लगभग 40 है।