ऐसे टूटा दून मेट्रो का सपना।
देहरादून की सड़कें मेट्रो के अनुकूल नही।
मुख्यमंत्री का बयान
रतन सिंह देहरादून
दून मेट्रो रेल परियोजना धरातल पर उतरने से पहले ही धड़ाम हो गई है….मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि दून की सड़के मेर्टो रेल परियोजना के लिहाज से बेहतर नहीं हैं….इसलिए मेट्रो पर पुर्नविचार की जरूरत है….इससे 2016 से मेट्रो रेल का सपना देख रहे लोगों की उम्मीदों को झटका लगा है…उत्तराखंड में मोनो रेल से लेकर मेट्रो रेल की चरचा यूं तो हर सरकार में चलती रही है…..लेकिन 2016 में लोगों की उम्मीदों को तब पंख लगे जब तत्कालीन हरीश रावत सरकार ने उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का गठन कर मेट्रो परियोजना के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के साथ करार भी कर दिया ….डीपीआर के लिए आठ करोड़ की धनराशि भी स्वीकृत की गई….योजना थी कि पहले फेज में आईएसबीटी से राजपुर और एफआरआई से रायपुर के दो ट्रैक पर मेट्रो चलाई जाएगी….दूसरे फेज में हरिद्वार से ऋषिकेश और आईएसबीटी से नेपाली फार्म तक मेट्रो चलाने की बात हुई….मार्च 2018 में बकायदा राज्य सरकार अपने बजट में मेट्रो रेल परियोजना के लिए 86 करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया….इस लंबी चौड़ी कसरत के बीच अध्ययन के नाम पर अधिकारियों और नेताओं के जर्मनी और लंदन तक के दौरे हुए ….खास बात ये भी कि इन्वेस्टर्स समिट में मेट्रो परियोजना के लिए अडानी समूह के साथ 4500 करोड़ के निवेश का करार भी हो चुका था…..लेकिन इस पूरी कवायद के बाद अब सरकार रोल बैक करती नजर आ रही है।
मुख्य मंत्री त्रिवेंद्र रावत का बयान तो यही इशारे कर रहा है।
https://youtu.be/17GBggn_pKU