रविवार को उत्तरकाशी जिला अस्पताल एक भावनात्मक दृश्य का गवाह बना। “स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार” अभियान के तहत वृहद रक्तदान व स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ। चारों ओर सेवा, समर्पण और स्वास्थ्य जागरूकता की गूंज सुनाई दी।

भूपेंद्र चौहान ने किया शुभारंभ – “यह सिर्फ शिविर नहीं, समाज का संकल्प है”
शिविर का उद्घाटन नगरपालिका अध्यक्ष श्री भूपेंद्र चौहान ने किया। उन्होंने कहा,
“हर बूंद खून किसी की जिंदगी बचा सकती है। यह अभियान समाज को नई दिशा देने वाला है।”
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी एस रावत, प्रमुख अधीक्षक डॉ. पी एस पोखरियाल और ब्लड बैंक स्टाफ की मौजूदगी ने कार्यक्रम को और भी प्रभावशाली बना दिया।

आंकड़े बोलते हैं – 13,907 लोगों तक पहुंची स्वास्थ्य सेवाएं
अभियान की शुरुआत से अब तक 13,907 लोगों की स्वास्थ्य जांच हो चुकी है।
आज के शिविर में ही 556 लोगों की स्वास्थ्य जांच हुई।
- 240 की उच्च रक्तचाप जांच
- 227 की शुगर जांच
- 109 की हीमोग्लोबिन जांच
- 6 की टीबी जांच
विशेषज्ञ डॉक्टरों ने महिलाओं और आमजन को मुफ्त परामर्श, दवाएं और जांच उपलब्ध कराईं।
दिव्यांगजनों को भी मिला सहारा – प्रमाणपत्र और सहायक उपकरण वितरित
समाज कल्याण विभाग की मदद से दिव्यांगजनों को प्रमाणपत्र और सहायक उपकरण उपलब्ध कराए गए।
“यह सिर्फ स्वास्थ्य सेवा नहीं, बल्कि सम्मान देने की प्रक्रिया है।” – मुख्य चिकित्सा अधिकारी
भावनाओं से भरा दृश्य – रक्तदाताओं को मिला सम्मान
रक्तदान करने वाले सात वीरों को नगरपालिका अध्यक्ष, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और प्रमुख अधीक्षक ने सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। दर्शक तालियों से गूंज उठे।
आगे भी जारी रहेगा यह अभियान
डॉ. रावत ने बताया कि 02 अक्टूबर तक प्रतिदिन स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की:
“आपकी एक पहल किसी की जिंदगी बचा सकती है। आइए, इस सेवा यात्रा का हिस्सा बनें।”
💡 सोचने पर मजबूर करने वाली आख़िरी पंक्ति
“सेवा की एक बूंद, समाज के लिए अमृत बन सकती है – उत्तरकाशी ने यह दिखा दिया।”
