देहरादून। भाजपा ने कांग्रेसी प्रदर्शन को विपक्षी सांसदों द्वारा जनविश्वास की सदन में चोरी और बाहर सीनाजोरी करने का आरोप लगाया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने व्यंग किया कि प्रदर्शन में सांसदों के निलंबन की पीड़ा कम और हालिया चुनावों में मिली हार की टीस अधिक नजर आयी। वैसे भी संवैधानिक पद पर बैठे सभापति का संसद परिसर में ही अपमान करने वालों को सदन में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस के आंदोलन को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए श्री भट्ट ने कहा, संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की देशद्रोही कोशिश पर विपक्ष के खामोश रहने और सदन के अंदर राजनैतिक ड्रामेबाजी को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है। लिहाजा लोकसभा अध्यक्ष और सभापति ने अनुशासन बनाने और सदन की गरिमा बचाने के लिए जो किया वह पूरी तरह न्यायोचित है। सदन परिसर में प्रदर्शन के दौरान सभापति एवं उपराष्ट्रपति की नकल उतार कर मजाक उड़ाना और कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी का वीडियो बनाना, बेहद अशोभनीय और संवैधानिक पद की गरिमा को गिराने की कोशिश थी। उन्होंने कहा, विपक्षी सांसद जनता के विश्वास हासिल कर सदन में पहुंचते हैं और सदन की कार्यवाही में ही व्यवधान डालकर उनके उसी विश्वास की चोरी करते हैं। उस पर अफसोस तब होता है, जब कार्यवाही होती है तो वही सांसद और उनकी पार्टियां विरोध प्रदर्शन कर सीनाजोरी करने का प्रयास करते हैं।
श्री भट्ट ने कहा, जो संवैधानिक संस्थाओं के शीर्ष पद पर बैठे व्यक्ति का इस तरह सार्वजनिक अपमान करने का दुस्साहस करे उसे सांसद ही नहीं, अन्य किसी सार्वजनिक पद पर रहने का भी कोई नैतिक अधिकार नही है। जिस तरह सभापति के अपमान की मंशा से उनकी भावभंगिमा और शारीरिक दिक्कत की नकल उतारी गई वह एक पूरे समाज के प्रति अपराध से कम नही है। उस पर राहुल जैसे वरिष्ठ सांसद और नेता की इस पूरे अपमानजनक घटनाक्रम का वीडियो बनाकर महिमामंडित करने की कोशिश बेहद दुर्भागपूर्ण है। उन्होंने व्यंग किया कि कांग्रेस पार्टी के आज के प्रदर्शन में सांसदों के निलंबन का दर्द कम और हालिया चुनावों में मिली हार की टीस अधिक नजर आई।