देहरादून । यह लोक सभा चुनाव उत्तराखंड के लिहाज से बेहद अहम है और यह चुनाव ऐतिहासिक होने के साथ विकसित भारत के निर्माण एवं श्रेष्ठ उत्तराखण्ड की दिशा में आगे बढ़ने का जनादेश है। यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट द्वारा पत्रकार वार्ता के दौरान कही गयी। उन्होने भाजपा संगठन मातृ शक्ति, युवाओं, बुजुर्गों, सैनिकों एवम पूर्व सैनिकों, किसानों, श्रमिकों, सरकारी एवम गैर सरकारी कर्मचारियों समेत समाज के सभी वर्गों को उनके अमूल्य समर्थन के लिए आभार जताया। भटृ ने कहा कि यह जनादेश बताता है कि प्रधानमंत्री मोदी एवं भाजपा देश की जनता का दिल जीतने में सफल रहे हैं। 1962 के बाद पहली बार देश में कोई गठबंधन लगातार तीसरी बार जनता का विश्वास जीतने में सफल रहा है। यह जनादेश, देवभूमि की महान जनता द्वारा राज्य की पांचों सीटों पर कमल खिलाने की हैट्रिक लगाने के लिए भी याद किया जाएगा । इसके अलावा यह जातिवादी, तुष्टिकरण वाली और हवा हवाई घोषणाओं की आड़ में सत्ता हथियाने वालों की साजिश के असफल करने के लिए है। वहीं भ्रष्टाचार, परिवारवाद और राष्ट्रविरोधी ताकतों को परास्त करने के लिए है।
उन्होंने कहा कि यह जनादेश पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम धामी के नेतृत्व में राज्य की डबल इंजन सरकार के कामों पर जनता का आशीर्वाद है। वहीं राज्य के तीव्र गति से विकास मार्ग पर आगे बढ़ने और देवभूमि का स्वरूप बनाए रखने वाले साहसिक निर्णयों के पक्ष में है। जनता ने डबल इंजन सरकार के कार्यों पर मुहर लगाई है वही राज्य में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा लिये कड़े साहसिक निर्णयों एवं प्रदेश के हुए चैमुखी विकास पर जनता ने अपनी मुहर लगाकर आशीर्वाद दिया है। अब तक सामने आए आंकड़े भी हमारे लिए संतोषजनक और उत्साहवृद्धन करने वाले हैं।
भटृ ने कहा कि 2022 में संपन्न हुए अंतिम चुनावों के मुकाबले इस बार के लोकसभा चुनाव में हम कुल 60 विधानसभा में आगे रहे हैं। जो पिछली 47 सीटों के मुकाबले 13 अधिक है। वहीं दो लोकसभा पौड़ी एवं अल्मोड़ा की सभी 14 विधानसभा में हम आगे रहे है। नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में मात्र 1 विधानसभा में हम पीछे रहे। टिहरी लोकसभा सीट पर 11 विधानसभा में हमने जीत दर्ज की है। इसमें भी बीजेपी अपनी एक ही सीट को हारी है अन्य दो एक निर्दलीय एवं कांग्रेस की ही रही है। हरिद्वार में भी 2022 के प्रदर्शन को बेहतर करते हुए भाजपा ने 14 में से 8 विधानसभा सीट पर बढ़त बनाई है। कम मतदान के बावजूद, राज्य की 5 लोकसभा सीटों पर इस बार हमे मिली जीत का अंतर 2019 के मुकाबले लगभग बराबर है। इस बार विपक्ष से हमें कुल 11,68,697 मत अधिक मिले हैं, जबकि पिछली बार भी हमे लगभग उतने ही 12,69,770 मत अधिक हासिल हुए थे।