देहरादून । भाजपा ने केदारनाथ में पार्टी उम्मीदवार को लेकर लग रहे कयासों पर स्पष्ट किया कि वहां कमल खिलना सौ फीसदी निश्चित है, चाहे प्रत्याशी कोई भी हो। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा, समय पर नाम सामने आए जायेगा, चर्चा विमर्श तो सिर्फ सबसे बड़ी जीत हासिल करने वाले नाम पर हो रही है। यह चुनाव विकास एवं विरासत के सकारात्मक मुद्दे का झूठ, फरेब, सनातन विरोध के नकारात्मक एजेंडे पर जीत का होगा। विभिन्न माध्यमों से मीडिया से हुई बातचीत में उन्होंने बताया, केंद्रीय नेतृत्व के पास केदारनाथ उपचुनाव प्रत्याशियों को लेकर सभी संभावित नामों का पैनल है। यह सभी वे नाम है जिनमें से प्रत्येक इस सीट पर अच्छे अंतर से जीत दर्ज कर सकता है। लेकिन हमारा असल लक्ष्य रिकॉर्ड मतों से जनता का विश्वास हासिल करना है। यही वजह है कि सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार विमर्श के बाद शीघ्र पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के नाम की घोषणा की जाएगी। इससे अलग चुनाव को लेकर वहां पार्टी संगठन ने तय रणनीति को वहां धरातल पर उतरना शुरू कर दिया है। जिसके तहत शक्ति केंद्र, बूथ एवं पन्ना स्तर पर कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी सरकार के जनकल्याणकारी कामों को लेकर जनता से आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं । हाल में प्रदेश मुझे भी वहां मंडलों की बैठक आदि के माध्यम से चुनाव समीक्षा को परखने का अवसर मिला था। इस दौरान मैने भी पाया कि लोग वहां एकजुट होकर सीएम धामी के नेतृत्व में विकास की गंगा को अनवरत जारी रखने के बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। साथ ही चुनाव प्रभारी के रूप में प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी सभी मंडल संयोजकों एवं अन्य चुनावी टीम के साथ वहां पहले से ही मोर्चे पर डटे हुए हैं। चुनावी अधिसूचना से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं अन्य मंत्रियों ने भी इस आपदाग्रस्त विधानसभा में विकास एवं जन कल्याण की योजनाओं को गति देने का काम किया है।
उन्होंने कहा, प्रदेश की तरह केदारघाटी के घर-घर में डबल इंजन सरकार के विकास के कार्य पहुंचे हुए हैं। वहीं पार्टी कार्यकर्ता भी साल के 365 दिन, हर सुख दुख में आम लोगों के साथ समन्वय बनाते हुए पूरी तरह सक्रिय रहा है। स्थानीय लोग प्रत्यक्षदर्शी हैं कि राज्य की आधारभूत संरचनाओं में हुए अभूतपूर्व विकास का सर्वाधिक लाभ उनको रिकॉर्ड तोड़ पर्यटकों के रूप में प्राप्त हुआ है । धामी सरकार की गंभीरता, संवेदनशीलता एवं आपदा प्रबंध कुशलता का ही नतीजा है कि 2018 जैसी आपदा के बाद भी यहां जान माल की हानि न्यूनतम हुई है। साथ ही विपक्ष पर निशाना चाहते हुए कहा कि सबने देखा किस तरह आपदा को लेकर भ्रम एवं झूठ फैलाकर, राज्य की छवि खराब करने के षड्यंत्र रचे गए। लेकिन जनसहयोग से हमारी सरकार के अथक प्रयासों का परिणाम है कि कपाट बंद होने का समय आ गया है, बावजूद इसके प्रतिदिन 14 हजार से अधिक श्रद्धालु श्री केदार धाम पहुंच रहे हैं। लिहाजा पावन धर्मों की छवि बिगाड़ कर, स्थानीय आर्थिकी को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वालों को केदार घाटी की देवतुल्य जनता चुनाव में अवश्य सबक सिखाएगी। प्रदेश अध्यक्ष ने जोर देते हुए कहा कि भाजपा विकास एवं विरासत के सकारात्मक मुद्दे पर बड़ी जीत हासिल करने जा रही है। वहीं कांग्रेस का अपने झूठ, फरेब और सनातन विरोधी कृत्यों वाले नकारात्मक एजेंडे के कारण रिकॉर्ड मतों से हारना निश्चित है।