रुद्रप्रयाग । रुद्रप्रयाग विकास संघर्ष समिति जनपद में फैली समस्याओं के निराकरण के लिए कार्य करेगी। यदि समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा। समिति का पहला प्रयास रहेगा कि गांव-गांव में अवैध तरीके से पहुंच रही शराब पर रोक लगे। साथ ही जनपद में अवैध तरीके से जगह-जगह हो रहा खनन बंद हो। इतना ही नहीं समिति स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी कार्य करेगी।
जिला मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान रुद्रप्रयाग विकास संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक त्रिभुवन सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश भर में हो रही लूट खसूट से परेशान होकर अब स्थानीय युवाओं ने कमान अपने हाथों में थामी है। रुद्रप्रयाग नशा मुक्त हो, अवैध खनन मुक्त हो, सड़कों की जो अव्यवस्थाएं हैं वह दुरुस्त हों और शिक्षा की अव्यवस्थाओं को शीघ्र दूर किया जाए। उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति रुद्रप्रयाग के अंतर्गत अब जिले के अलग-अलग कस्बों में अभियान के तहत कार्यवाही की जाएगी और बड़े चरण के आंदोलन किए जाएंगे। जगह-जगह फुटकर में हर जगह शराब मिल रही है, उस पर लगाम लगानी अति आवश्यक है। इससे युवाओं का भविष्य अधर में लटक रहा है। गांव गांव में जो शराब की अवैध खेप पहुंचाई जा रही है वह सरकार की शिथिलता का प्रमाण है। सरकार 4400 करोड़ के राजस्व प्राप्ति के लिए खुलेआम गांव-गांव में शराब पहुंचाने का कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि अवैध खनन वालों की मनमानी चल रही है और जगह-जगह अवैध खनन प्रदेश में हो रहा है, जिससे रुद्रप्रयाग जिला भी अछूता नहीं है। चन्द्रापुरी भीरी, तिलवाड़ा, रुद्रप्रयाग जहां-जहां भी अवैध पटटो पर अवैध खनन हो रहा है, उन पर लगाम लगाने के लिए रुद्रप्रयाग संघर्ष समिति उग्र आंदोलन करने का विचार कर रही है। स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा को लेकर अगर व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं की गई तो संघर्ष समिति फिर आंदोलन करने पर मजबूर होगी। संघर्ष समिति के अगस्त्यमुनि ब्लॉक संयोजक ताजबर सिंह बिष्ट ने बताया की ग्रामीण और नगर क्षेत्र में अव्यवस्थाएं फैली हुई हैं, जिसके लिए समिति मुखरता से काम करेगी। तल्ला नागपुर ब्लॉक से सुदर्शन सिंह नेगी ने बताया की तल्ला नागपुर क्षेत्र को हमेशा से ही उपेक्षित रखा गया है और अगर वहां शीघ्रता से कार्य संपन्न नहीं हुए तो रुद्रप्रयाग विकास संघर्ष समिति आंदोलन करने पर बाध्य होगी। फाटा मंडल संयोजक विष्णु जोशी ने बताया चार धाम यात्रा के मुख्य पड़ाव केदारनाथ धाम में जो व्यवस्थाएं विगत वर्षों से देखी गई है अगर वह पूर्णतः सुदृढ़ नहीं की जाती तो आंदोलन केदारघाटी में भी लगातार होगा। कालीमठ ब्लॉक संयोजक प्रमोद सिंह राणा ने बताया की कालीमठ घाटी को उपेक्षित रखा गया है और मां काली का आशीर्वाद प्राप्त कर तमाम राष्ट्रीय दल सरकार बनाने के बाद क्षेत्र के विकास के वादे भूल जाते हैं, अगर उन्होंने कालीमठ घाटी पर ध्यान नहीं दिया तो रुद्रप्रयाग संघर्ष समिति मुखरता से कालीमठ घाटी को एकत्रित कर आंदोलन करेगी। इस मौके पर जीत सिंह नेगी, प्रदेश सह संयोजक विष्णुदत्त जोशी, अगस्त्यमुनि ब्लॉक ग्रामीण संयोजक ताजबर सिंह बिष्ट, अगस्त्यमुनि ब्लॉक नगर संयोजक रोहित रावत, गुप्तकाशी संयोजक हर्षवर्धन चौहान, कालीमठ संयोजक प्रमोद राणा, भीरी संयोजक यशबीर सिंह बिष्ट, रुद्रप्रयाग संयोजक हरिऔध बगवाडी, रमेश उनियाल, केतन रावत आदि मौजूद रहे।