डीएम के नाम पर साइबर ठगों का हमला!
🟨 फर्जी प्रोफाइल बनाकर जनता को बनाया जा रहा है निशाना!
उत्तरकाशी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ जिला मजिस्ट्रेट डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के नाम से फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर कुछ साइबर ठग जनता को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। इन फर्जी प्रोफाइल्स के जरिए लोगों को झांसा दिया जा रहा है, प्रलोभन में लेकर उनके साथ वित्तीय धोखाधड़ी की जा रही है।

🔴 उत्तरकाशी पुलिस ने आधिकारिक सूचना जारी कर लोगों को किया सतर्क, लेकिन इस पूरी घटना ने सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
📲 जब सरकार पेपरलेस ऑफिस और डिजिटल इंडिया की तरफ अग्रसर है, बिजली, पानी, गैस से लेकर शासन-प्रशासन तक हर काम अब ऑनलाइन हो रहा है—तो फिर इन साइबर ठगों को रोकने के पुख्ता इंतज़ाम क्यों नहीं हैं?
💥 सवाल ये है कि जब जिले के सबसे बड़े अधिकारी, डीएम जैसे संवैधानिक पद के नाम पर खुलेआम फर्जी प्रोफाइल बनाकर आम जनता को लूटा जा सकता है, तो आम नागरिक कितने सुरक्षित हैं?

🖼️ जारी स्क्रीनशॉट्स में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं—कहीं डीएम बिष्ट की फोटो का इस्तेमाल हुआ है, तो कहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ डीएम की तस्वीर लगाकर लोगों से चैट की गई है। यह न केवल एक अपराध है, बल्कि प्रशासनिक गरिमा पर सीधा हमला है।
👮 एसपी सरिता डोबाल ने चेतावनी जारी की है:
“अगर आपको सोशल मीडिया पर जिला कलेक्टर या अन्य अधिकारियों के नाम से कोई मैसेज प्राप्त हो, तो सतर्क हो जाइए। यह साइबर ठगों की करतूत हो सकती है। ऐसे मैसेज या अकाउंट को तुरंत रिपोर्ट करें और किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी साझा न करें।”
❗ जरूरत है कड़े साइबर कानून की — ऐसा कानून जिसमें दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का प्रावधान हो, ताकि दोबारा कोई इस तरह की हिम्मत न कर सके।
🔍 आज की इस डिजिटल दुनिया में जहां हर व्यवस्था ऑनलाइन हो रही है, वहां साइबर सुरक्षा की चूक न केवल व्यक्तिगत नुकसान है, बल्कि पूरे सिस्टम की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह भी है।
🛡️ Meru Raibar आपसे अपील करता है — जागरूक रहें, सतर्क रहें, और साइबर ठगी से बचें।
📢 फर्जी प्रोफाइल्स की सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर सेल को दें।
