गढ़वाल-कुमाऊं की सरहद पर हड़कंप, STF की ताबड़तोड़ कार्रवाई
टनकपुर/चंपावत।
“ड्रग्स फ्री देवभूमि” मिशन के तहत उत्तराखंड पुलिस ने इतिहास रच दिया है। नेपाल सीमा पर गढ़ीगोठ पुल, पम्पापुर इलाके में आज एक ऐसी ड्रग्स बरामदगी हुई, जिसने हर किसी को सन्न कर दिया। पुलिस ने करीब 5.7 किलो एमडीएमए (एक्स्टसी) जब्त की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ₹10.23 करोड़ आंकी गई है। यह उत्तराखंड में अब तक की सबसे बड़ी एकल बरामदगी मानी जा रही है।

काले बैग में छिपा मौत का सामान
टनकपुर की चिलचिलाती धूप में पुलिस टीम जब चेकिंग कर रही थी, तभी एक 22 वर्षीय महिला, ईशा पत्नी राहुल कुमार, काले पिट्ठू बैग के साथ नहर की ओर भागती नजर आई।
“संदेह हुआ तो रोक लिया। तलाशी में देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई,”
बताया पुलिस उपाधीक्षक टनकपुर, वंदना वर्मा ने। बैग में भरी थी चकाचौंध करने वाली पार्टी ड्रग — MDMA।
नेपाल कनेक्शन और मुंबई के फरार आरोपी
पूछताछ में महिला ने जो बताया, उसने केस को और सनसनीखेज बना दिया।
“ड्रग्स मेरे पति राहुल कुमार और उसके साथी कुनाल कोहली ने पिथौरागढ़ से लाकर दी थी। मुझे नहर में इसे नष्ट करने का कहा गया था,”
ईशा ने पुलिस को बताया। दोनों आरोपी पहले से मुंबई में एनडीपीएस के केस में फरार चल रहे हैं।

ड्रग्स का ब्योरा — मौत का खुमार
- ड्रग का नाम: MDMA (एक्स्टसी)
- बरामद मात्रा: 5.688 किलो
- अंतरराष्ट्रीय मूल्य: ₹18,000 प्रति ग्राम
- कुल कीमत: ₹10,23,84,000
पुलिस टीम को ₹50,000 का इनाम
पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने इस बड़ी सफलता पर टीम को ₹50,000 नकद इनाम देने की घोषणा की।
“हमारी जंग नशे के सौदागरों के खिलाफ जारी रहेगी,”
डीजीपी ने कहा।
अब तक की सबसे बड़ी तस्करी की एकल जब्ती
राज्य में इतनी बड़ी मात्रा में MDMA की एक साथ बरामदगी पहली बार हुई है। पुलिस अब नेपाल व अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क, खासकर नाइजीरियाई गिरोहों की भूमिका की जांच कर रही है। आरोपी महिला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि उसके पति और साथी की तलाश जारी है।
देवभूमि में नशे के खिलाफ ये जंग सिर्फ पुलिस की नहीं — ये हर उस इंसान की लड़ाई है, जो चाहता है कि यहां की हवा शुद्ध रहे, और युवा पीढ़ी उजाले में सांस ले। सवाल ये है — हम सब इसके लिए कितने तैयार हैं?
