‘रिहाई की खुशी’ बनी दोबारा गिरफ्तारी की वजह

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शिवा कश्यप ने बताया कि वह रिहा होने के बाद अपने दोस्त अभिषेक कुमार के साथ जंगल में “पार्टी” मनाने आया था।
लेकिन रिहाई के जश्न में कानून को ताक पर रखकर खुले में शराब पीना, शोर मचाना, हुड़दंग करना… पुलिस ने मौके पर दोनों को धर दबोचा।


🧾 अभियुक्तों का विवरण:

  • शिवा कश्यप पुत्र श्री राजेश कुमार, निवासी विंग नं. 07, प्रेमनगर
  • अभिषेक कुमार पुत्र श्री सोनू कुमार, निवासी विंग नं. 06, प्रेमनगर

दोनों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया। अब दोनों के खिलाफ सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने और अशांति फैलाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।


🚨 देहरादून पुलिस अलर्ट मोड में

एसएसपी देहरादून के निर्देश पर पुलिस जेल से छूटे अपराधियों पर विशेष निगरानी रख रही है।
सुनसान इलाकों, खंडहरों और जंगलों में नियमित गश्त और पेट्रोलिंग चल रही है।
ऐसे में यह घटना पुलिस की सजगता और तत्परता का प्रमाण है।


📢 आखिरी सवाल – क्या रिहाई का मतलब आज़ादी है या जिम्मेदारी?

कानून से टकराना आसान नहीं…
जो रिहा होते ही पुरानी राहों पर लौटते हैं, उन्हें ये भूल नहीं करनी चाहिए कि कानून हर कोने में मौजूद है — जंगल में भी।

👉 न्याय का मतलब सज़ा नहीं, सुधार है… लेकिन सुधार के लिए संयम भी जरूरी है।

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